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Last Modified: सोमवार, 9 जनवरी 2023 (20:21 IST)

PakistanEconomy : पाकिस्तान में महंगाई से मचा हाहाकार, सस्ता आटा पाने के लिए मची भगदड़, 4 की मौत

PakistanEconomy : पाकिस्तान में महंगाई से मचा हाहाकार, सस्ता आटा पाने के लिए मची भगदड़, 4 की मौत - Pakistan Inflation Crisis Flour
नई दिल्ली। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भयंकर महंगाई का सामना कर रहा है। पाकिस्तान में खाने-पीने की वस्तुएं के दाम आसमान पर पहुंचे चुके हैं। महंगाई से त्रस्त लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पाकिस्तानी मीडिया की खबरों की मानें तो सिंध प्रांत में आटे की छीना-झपटी में कई लोग घायल हो गए।

खबरों के मुताबिक अब तक 3 महिलाओं सहित 4 लोगों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार की किल्लत हो गई है। अब वह तीन दिन तक ही आयात कर पाएगा।  
 
देश में सब्सिडी वाले आटे का स्टॉक खत्म हो चुका है। व्यापारी इसका जमकर फायदा उठाते हुए कालाबाजारी कर रहे हैं। 10 हजार में एलपीजी सिलेंडर मिल रहा है। लोग गुब्बारों में एलपीजी लेकर जा रहे हैं। महंगाई को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं।   
 
हथियारबंद पुलिस के साए में बंट रही हैं सामग्री : सरकार की तरफ से आटा बांटने के दौरान हादसों से बचने के लिए हथियारबंद पुलिस को तैनात किया गया है। इसके बावजूद भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है। पाकिस्तान में आटे की किल्लत के कारण मच रही भगदड़ से लोगों की मौत हो रही है। लोग पैकेट खत्म होने से पहले आटा खरीदने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे हैं। यह हालात कराची, इस्लामाबाद, पेशावर, क्वेटा और बलूचिस्तान में देखे जा रहे हैं।
 
सप्लाई कम, डिमांड ज्यादा : पाकिस्तान के सिंध और खैबर पख्तूनख्वा में आटे की डिमांड ज्यादा और सप्लाई कम है। सब्सिडी रेट पर आटा 65 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। आटे की कीमत 140 से 160 रुपए प्रति किलो हो गई है। पाकिस्तान के खुले बाजारों में आटे की कीमत 3100 रुपए तक पहुंच गई है।
 
प्राइवेट कंपनियों में छंटनी : पाकिस्तान के बिगड़ते आर्थिक हालात को देखते हुए प्राइवेट कंपनियों ने छंटनी शुरू कर दी है। बड़ी संख्या में लोगों को नौकरियों से निकाला जा रहा है।

इसमें स्किल्ड और नॉन स्किल्ड वर्कर दोनों शामिल हैं। बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़ों ने सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है। उधर, कंपनियों का कहना है कि उनके पास इन लोगों को सैलरी देने के लिए पैसे नहीं हैं। Edited By : Sudhir Sharma
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