बड़ी खबर, दूसरे सर्वेक्षण में ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद की दौड़ में सुनक से आगे निकलीं ट्रस
लंदन। ब्रिटेन में सत्तारूढ़ दल कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों के एक नए सर्वेक्षण में पता चला है कि विदेश मंत्री लिज ट्रस प्रधानमंत्री पद पर बोरिस जॉनसन का स्थान लेने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी ऋषि सुनक के मुकाबले काफी आगे हैं। बुधवार से यह दूसरा मतदान है, जिसमें कैबिनेट मंत्री ट्रस को भारतीय मूल के सुनक पर बढ़त बनाते हुए दिखाया गया है।
कंजर्वेटिवहोम वेबसाइट द्वारा बुधवार रात को जारी सर्वेक्षण में पाया गया कि पार्टी के सदस्यों में से 58 फीसदी ने ट्रस का समर्थन किया। नए नेता पांच सितंबर से 10 डाउनिंग स्ट्रीट में कार्यभार संभालेंगे। पूर्व वित्तमंत्री सुनक को 26 प्रतिशत का समर्थन मिला, जबकि 12 प्रतिशत अपने फैसले को लेकर अनिश्चित थे।
बुधवार से यह दूसरा मतदान है, जिसमें कैबिनेट मंत्री ट्रस को भारतीय मूल के सुनक पर बढ़त बनाते हुए दिखाया गया है। यू गॉव पर पहले सर्वेक्षण में दिखाया गया था कि ट्रस सभी आयु समूहों में, देश के विभिन्न हिस्सों में और पुरुषों एवं महिलाओं के बीच सुनक से आगे थीं।
सर्वेक्षण में कहा गया, यदि हमारे नए निष्कर्ष और यू गॉव सही हैं तो कुल मिलाकर मुकाबले के इस चरण में बढ़त बनाने के लिए सुनक को व्यापक गेम चेंजर बनने की जरूरत होगी। यह बढ़त कहां से मिलेगी, इसकी राह मुश्किल दिखती है।
नवीनतम निष्कर्ष ऐसे वक्त आए हैं जब सुनक को एक अन्य पूर्व दावेदार और पार्टी के वरिष्ठ नेता साजिद जाविद से भी झटका लगा है, जिन्होंने ट्रस को उनके स्पष्ट एजेंडे के लिए अपना समर्थन दिया है। पाकिस्तानी मूल के नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जाविद ने कर को लेकर सुनक की नीतियों का हवाला देते हुए अखबार द टाइम्स में लिखा है कि कर में कटौती से इनकार का मतलब है कि ब्रिटेन धीरे-धीरे ज्यादा कर, कम विकास वाली अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ेगा।
जाविद ने लिखा है, कुछ का दावा है कि कर में कटौती तभी हो सकती है, जब देश में विकास हो। मेरा मानना है कि इसके ठीक विपरीत- कर कटौती, विकास के लिए एक पूर्व शर्त है।
कंजर्वेटिव पार्टी के अनुमानित 180,000 सदस्यों को इस सप्ताह मतपत्र मिलने लगे हैं और उन्हें मत पत्र डाक से या ऑनलाइन भेजने की भी सुविधा दी गई है। इसके लिए उन्हें दो सितंबर तक पंजीकरण कराने होंगे। मतों की गणना कंजर्वेटिव कैंपेन मुख्यालय (सीसीएचक्यू) में होगी और नतीजे पांच सितंबर को घोषित किए जाएंगे।(भाषा)