लाहौर में नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज सुपुर्द-ए-खाक
लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी बेगम कुलसुम नवाज को यहां शरीफ परिवार के आवास 'जटी उमरा' में शुक्रवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
'डान' समाचार पत्र के मुताबिक बेगम नवाज के पार्थिव शरीर को उनके ससुर मियां शरीफ और जेठ अब्बास शरीफ की कब्र के बगल में दफनाया गया है। मौलाना तारिक जमील ने शरीफ मेडिकल सिटी में उनके जनाजे की नमाज अदा की। इसके बाद बेगम शरीफ के पार्थिव शरीर को जटी उमरा ले जाया गया।
68 वर्षीय बेगम कुलसुम गले के कैंसर (लिम्फोमा) से पीड़ित थीं और इस बीमारी की पुष्टि अगस्त 2017 में हो गई थी। उनका उपचार जून 2017 से लंदन के हार्ले स्ट्रीट क्लिनिक में चल रहा था। हालत बिगड़ने पर उन्हें 10 सितंबर की रात जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया था, जहां अगले दिन उनका निधन हो गया।
इस मौके पर मौजूद उनके पति पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ, उनके भाई शहबाज शरीफ और मौलाना जमील की सुरक्षा में उनके चारों ओर मानव घेरा बनाया गया था। बड़ी संख्या में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के समर्थक और शुभचिंतक तथा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी इस मौके पर मौजूद थे।
इस अवसर पर दोनों स्थानों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। अतिविशिष्ट लोगों और आम लोगों के लिए अलग-अलग इंतजाम किए गए थे और दोनों के बीच कंटीले तारों की घेराबंदी की गई थी। इन उपायों के बावजूद टेलीविजन फुटेज में भीड़ राजनेताओं के साथ धक्का-मुक्की करती दिखाई दे रही थी।
पूर्व राष्ट्रपति ममनून हुसैन, पूर्व कानून मंत्री राणा सनाउल्ला, पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी, जावेद हाशमी, जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान, नेशनल एसेंबली के अध्यक्ष असद कैसर, सीनेट अध्यक्ष सादिक संजरानी, पंजाब के राज्यपाल चौधरी सरवर, पंजाब के आवास मंत्री मेहमूदुर राशिद, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष नजम सेठी, एमक्यूएम नेता खालिद मकबूल सिद्दीकी और फारुक सत्तार, चौधरी परवेज इलाही, चौधरी शुजात हुसैन और सऊदी अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे।
पीएमएल-एन के प्रवक्ता के मुताबिक बेगम कुलसुम का रस्म-ए-कुल रविवार को अस्र और मगरीब के बीच होगा। इससे पूर्व बेगम कुलसुम का पार्थिव शरीर लंदन से शुक्रवार तड़के लाहौर लाया गया। गौरतलब है कि शरीफ, उनकी पुत्री मरियम नवाज और दामाद कैप्टन (सेवानिवृत्त) सफदर को बेगम कुलसुम के अंतिम संस्कार में शामिल होने के वास्ते 5 दिन के लिए पैरोल पर जेल से रिहा किया गया है। ये तीनों भ्रष्टाचार के मामले में इस समय रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।