अमेरिका ने दिया था आईएस लड़ाकों को प्रशिक्षण
मॉस्को। रूस ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि उसने सीरिया को अस्थिर करने के प्रयासों के तहत वहां आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के पूर्व लड़ाकों को प्रशिक्षण दिया।
रूसी सेना के प्रमुख वी. गेरासीमोव ने एक अखबार से साक्षात्कार में कहा कि सीरिया में तांफ स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डा पूरी तरह अवैध है और वह तथा उसके आसपास का क्षेत्र 'ब्लैक होल' में तब्दील हो चुका है, जहां से आतंकवादी बिना किसी रोकटोक के अपनी करतूतों को अंजाम देते हैं।
अमेरिका का कहना है कि तांफ एक अस्थायी सैन्य अड्डा है और इसका इस्तेमाल आईएस के खिलाफ लड़ रहे सुरक्षाबलों को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाता है। वह रूस के इस तरह के आरोपों का पहले भी खंडन करता रहा है और उसका कहना है कि अमेरिका आईएस को नष्ट करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जनरल गेरासीमोव ने बताया कि अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के पूर्व लड़ाकों को प्रशक्षिण दिया, जो अब स्वयं को 'न्यू सीरियन आर्मी' अथवा अन्य नामों से बुलाते हैं। उन्होंने बताया कि रूसी उपग्रहों और ड्रोन विमानों ने अमेरिकी अड्डे पर आतंकवादियों की टुकड़ी देखी है।
उन्होंने बताया कि शदादी स्थित वायुसैनिक अड्डे पर भी बड़ी संख्या में आतंकवादी और पूर्व आईएस लड़ाके मौजूद हैं। गौरतलब है कि इस वर्ष सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट के कब्जे वाले लगभग पूरे क्षेत्र को उनके नियंत्रण से छुड़ा लिया गया है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि सीरिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ युद्ध का मुख्य दौर समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि सीरिया में अब अलकायदा से संबद्ध संगठन जभात अल नुसरा यानी नुसरा फ्रंट को समाप्त करना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। (वार्ता)