Imran Khan को शाहबाज सरकार की नसीहत- भाग जाएं लंदन या उम्रकैद और फांसी के लिए रहें तैयार
इस्लामाबाद। Imran Khan Updates: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुसीबतें कम होती दिखाई नहीं दे रही है। सुप्रीम कोर्ट से उन्हें राहत मिल गई, लेकिन शाहबाज सरकार उन पर कानूनी शिकंजा कस रही है। इमरान खान को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। लाहौर के जमान पार्क स्थित पीटीआई प्रमुख के आधिकारिक आवास को पुलिस बलों ने चारों ओर से घेर कर इलाके को छावनी में बदल दिया है।
मीडिया खबरों के अनुसार इमरान खान को शाहबाज सरकार ने दो विकल्प दिए हैं। शहबाज सरकार ने उन्हें लंदन भाग जाने की नसीहत दी है या फिर आर्मी एक्ट का सामना करके उम्रकैद या फांसी के लिए तैयार रहने को कहा है। पंजाब सरकार ने भी इमरान को चेतावनी दी है कि वे आतंकियों को सौंप दें।
काटी बिजली, सड़कों को किया ब्लॉक : इमरान खान के घर की ओर आने वाली सभी सड़कों को ब्लॉक कर दिया गया है। इलाके की बिजली भी काट दी गई है। सरकार का आरोप है कि इमरान के घर 30 से 40 आतंकी शरण लिए हुए हैं। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार घर पर इमरान अपने पार्टी के नेताओं के साथ विकल्पों पर विचार भी कर रहे हैं।
हिंसा से नाराज सेना : सेना ने इमरान खान पर आर्मी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की बात कही है। पाकिस्तानी आर्मी और इमरान खान के बीच तनानती बढ़ गई है। सेना 9 मई को इमरान के गिरफ्तारी के बाद पीटीआई के समर्थकों द्वारा सेना के प्रतिष्ठानों, सार्वजनिक जगहों पर हमले से सेना काफी नाराज है।
क्या देश छोड़कर जाएंगे इमरान : बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट करके इमरान ने अपनी हत्या की आशंका जताते हुए कहा था कि ये मेरा आखिरी ट्वीट हो सकता है… क्योंकि सेना मेरी हत्या की पूरी साजिश कर चुकी है। इमरान खान ने अपने ट्ववीट में लंदन जाने वाले बात की भी खुलासा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि- उनके शरीर में रक्त का एक भी कतरा बचे रहने तक वह देश छोड़ कर कहीं नहीं जाने वाले हैं। इमरान ने बताया कि सरकार मेरी पत्नी बुशरा बेगम को देशद्रोह का मामला चलाकर उन्हें 10 सालों तक सलाखों के पीछे रखना चाहती है।
हिंसा में 9 लोगों की मौत : पुलिस खान को गिरफ्तार करने के लिए मार्च में उनके जमान पार्क निवास में घुसी थी लेकिन उनके पार्टी कार्यकर्ताओं ने वह योजना विफल कर दी थी। 9 मई को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर में अर्धसैनिक बल रेंजर्स द्वारा खान की गिरफ्तारी पर बड़ी हिंसा हुई थी। पुलिस ने हिंसक झड़पों में मरने वालों की संख्या 10 बताई है, जबकि खान की पार्टी का दावा है कि सुरक्षाकर्मियों की गोलीबारी में उसके 40 कार्यकर्ताओं की जान चली गई। Edited By : Sudhir Sharma