बाथटब में डूबने से हर साल हजारों मौतें होती हैं !
नई दिल्ली। बॉलीवुड स्टार श्रीदेवी की दुबई के एक होटल में बाथटब में डूबने से हुई मौत पर सवाल किए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि क्या इस तरह भी किसी की मौत हो सकती है?
लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि बाथटब में कोई शख्स इस कदर डूब सकता है कि उसकी मौत हो जाए। संभव है कि हमें यह बात अस्वाभाविक लगे लेकिन अमेरिका और जापान में इस तरह की मौतें बहुत सामान्य हैं। वहां अक्सर ऐसे हादसे होते हैं और अमेरिका में तो प्रतिदिन ऐसी एक मौत दर्ज की जाती है।
मार्च 2017 में 'जर्नल ऑफ जनरल एंड फैमिली मेडिसिन' में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बात कही गई। अध्ययन के अनुसार, जापान में हर साल बाथटब में डूबने से 19 हजार मौतें रिकॉर्ड की जाती हैं। जापान की कंज्युमर अफेयर एजेंसी ने भी एक साल पहले एक रिपोर्ट में कहा कि पिछले दस सालों में वहां 70 फीसदी लोगों की मौत बाथटब में डूबने से हुई। लेकिन मरने वालों में 10 में 9 लोग 65 साल से अधिक उम्र के थे।
अध्ययन के अनुसार जापान में बाथ टब में लोग गर्म पानी का इस्तेमाल करते हैं जिसका तापमान 40 और 41 डिग्री तक पहुंच जाता है। यह अक्सर नुकसानदेह होता है और जापान के बाथटब काफी गहरे भी होते हैं।
अमेरिका के अटलांटा में सेंटर फॉर डिजिजेज कंट्रोल ने वर्ष 2015 में एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कहा गया था कि किस तरह घर का बाथरूम सबसे खतरनाक हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया कि किस तरह 15 साल से ऊपर के दो लाख लोग हर साल बाथरूम में लगी चोटों से हास्पिटल की इमरजेंसी तक पहुंचते हैं।
इसमें से 14 फीसदी लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। ज्यादातर मामले तब होते हैं जब लोग नहा या शॉवर ले रहे होते हैं। ज्यादा पीड़ित महिलाएं होती हैं क्योंकि महिलाएं शरीर के निचले हिस्से और बोन मास के चलते अधिक चोटिल होती हैं।
अमेरिका के ग्रामीण इलाकों में बाथटब में डूबने से होने वाली मौतें राष्ट्रीय औसत से तिगुनी होती हैं। कैलिफोर्निया, जहां सबसे ज्यादा हॉट टब हैं, वहां टब से मौतें भी ज्यादा होती हैं। न्यूयार्क में बाथ टब कम हैं तो वहां टब में डूबकर मरने वालों की संख्या भी कम होती है।
हार्वर्ड न्यूज की एक रिपोर्ट कहती है कि पांच साल के दौर में वहां 1676 अमेरिकियों की मौत बाथ टब में डूबने से हुई। यानि हर साल औसतन 335 मौतें। चूंकि भारत में बाथरूम में हादसों के आंकड़े नाममात्र के हैं, इसलिए लोगों को ऐसी मौतें संशय पैदा करती हैं और लोग सोचते हैं कि क्या छोटे से लगने वाले टब भी मौत की वजह बन सकते हैं।