लड़कियों के बायोडाटा मांग रहे फर्जी आईएएस को इंदौर क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
Indore Crime News: इंदौर क्राइम ब्रांच (Indore Crime Branch) ने एक ऐसे शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो खुद को दिल्ली काडर का आईएएस (IAS) बता रहा था। उसने पटवारी, नायब तहसीलदार, पुलिस कंट्रोल रूम (Police Control Room) और टीआई से काम करवाना शुरू कर दिए थे। मल्हारगंज क्षेत्र का पटवारी तो उसके लिए एक पैर पर खड़े रहता था। अपराधी स्वयं के विवाह के लिए लड़कियों के बायोडाटा भी मांग रहा था।
यह फर्जी अफसर 6 महीने से कलेक्टोरेट और पुलिसकर्मियों से काम करवा रहा था। लसूड़िया टीआई तारेश सोनी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित का नाम रामदास पिता फेरनसिंह गुर्जर निवासी ग्राम अरूषी, अंबाह (मुरैना) है। उसके खिलाफ पटवारी (मल्हारगंज) संतोष गिरजाशंकर चौधरी (स्कीम-78) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
रामदास खुद को दिल्ली काडर का आईएएस अमित सिंह बताता था। चौधरी के पहले ठग रामदास नायब तहसीदार नितेश भार्गव के संपर्क में था। नितेश ने ही चौधरी से बात करवाई और कहा कि आईएएस (फर्जी) से दस्तावेज लेकर उनका काम करवा दो।
आईएएस का सुनते ही चौधरी सारे काम छोड़कर विजय नगर पहुंचा और आरोपित को फोन लगाया। रामदास ने भी रौबदार आवाज में पटवारी से बात की और कहा कि तुम तत्काल अरविंद से बात कर लो। चौधरी ने अरविंद से एक लिफाफा लिया और छोटी ग्वालटोली स्थित एक ट्रेवल एजेंसी पर रख दिया।
क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक आरोपित रामदास ने चौधरी से शादी के लिए चर्चा कर ली। उसने कहा कि लड़कियों के बायोडाटा एकत्र करें, जिनकी प्रोफाइल आईएएस से शादी करने लायक हो। उसने पुलिस कंट्रोल रुम पर भी फोन लगाना शुरु कर दिया था। वह प्रभारी को सीधे कॉल लगाकर बोलता था कि टीआई से मेरी बात करवाओ। आरोपी ने कई बार स्वयं को सीएम हाउस में पदस्थ एडीसी भी बताया है। कई पुलिस अफसरों ने आईएएस (दिल्ली) के नाम से नंबर सेव कर लिए थे। पुलिस पुलिस रामदास से पूछताछ कर रही है।
Edited by: Ravindra Gupta