रक्षाबंधन पर्व पर राखी बांधें लेकिन कोरोना काल की सावधानियां न भूलें
कोरोना महामारी संपूर्ण दुनिया में काल बनकर आया है। कोविड के कारण सभी के जीवन पर अलग - अलग तरह से प्रभाव पड़ा है। पिछले साल 2020 की तुलना में साल 2021 में यानी इस साल फिर भी राखी के पर्व को मनाने के लिए स्वतंत्र है। साल 2020 में कोविड के केस लगातार बढ़ते जा रहे थे। जिस वजह से बाहर निकलना भी खतरे से खाली नहीं था। लेकिन कोविड का कहर अभी भी जारी है। कोरोना वायरस के अलग - अलग स्वरूप ने और भी चिंता बढ़ा रखी है। इन दिनों डेल्टा वेरिएंट तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। दरअसल, डबल डोज के बाद भी कोविड की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए सावधानियां पहले से अधिक रखने की जरूरत है। रक्षाबंधन पर्व पर भी कोविड के सभी नियमों का पालन करना जरूरी है। कोरोना काल अभी भी जारी है...इसलिए जानते हैं किस तरह से सावधानियां बरत सकते हैं -
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, किसी को भी छुने से बचें।
- घर आए मेहमानों को सैनिटाइज करना नहीं भूलें।
- सभी से निवेदन करें मास्क जरूर लगाकर रखें।
- कोशिश करें इस साल मिठाई अपने हाथों से ही खाएं।
- कई लोग डर के कारण वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं उन्हें घर आने से रोकें। यह असंभव स्थिति जरूर है लेकिन इस बहाने वह टीका भी लगा सकते हैं।
- हालांकि बहन - भाई को राखी बांधती है। लेकिन कोविड के डर से आप राखी थाली में रखकर भी दे सकते हैं।
कोरोना काल की वजह से जीवन में तो कई बदलाव आए है लेकिन अब त्योहर भी दूरी से बनाना जरूरी है.... आप चाहे अपने भाई - बहन से कितना ही प्यार करते हो लेकिन इस समय में दूर रहकर पास होना ही सुखद एहसास है.... इस बार मिठाई अपने - अपने हाथों से खाने का अलग एहसास महसूस कीजिए.... बातों में शरारत रखना बहुत जरूरी है क्योंकि दूरियां भी है जरूरी ..... Sharing is Caring लेकिन इस बार No शेयरिंग तभी होगी केयरिंग.... पिछले डेढ़ साल के दौरान कई लोगों ने अपनों को खोया है। इसलिए दूसरी की समझ से सीख कर जरूर कोविड नियमों का पालन करें। अगर कोविड नियमों का पालन करते हैं तो इस बार आप जरूर बेहद अलग अनुभव महसूस करेंगे।