कृषि कानूनों की वापसी प्रधानमंत्री की 'अहंकारी' सरकार पर किसानों की विजय : आम आदमी पार्टी
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) ने 3 विवादास्पद कृषि कानूनों को शुक्रवार को वापस लेने के केन्द्र सरकार के फैसले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'अहंकारी' सरकार पर किसानों की जीत करार दिया। साथ ही पार्टी नेता संजय सिंह ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को एक करोड़ रुपए अनुग्रह राशि तथा परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी सरकार से मांग की।
पार्टी के सांसद सिंह ने एक वीडियो संदेश में केन्द्र सरकार से तीन काले कानून के विरोध में चले आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को शहीद का दर्जा देने की भी मांग की। उन्होंने कहा, सरकार ने तीन काले कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला चुनावों में उन्हें (भाजपा) मिली हार को देखते हुए लिया है। किसान और जनता उन्हें चुनावों में सबक सिखा रही थी। नरेंद्र मोदी की अहंकारी सरकार को आखिरकार किसानों के लंबे संघर्ष, शक्ति और उनके बलिदान के आगे झुकना पड़ा।
सिंह ने किसानों को उनके संघर्ष में विजयी रहने के लिए बधाई दी और मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला आंदोलनजीवी किसानों की जीत और चुनावजीवी मोदी सरकार की हार है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पहले दिन से किसानों के कृषि कानूनों के विरोध में उनके साथ थी और भविष्य में भी उनके साथ खड़ी रहेगी। एक बयान में पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने भी किसानों को बधाई दी।
उन्होंने कहा, यह देश के किसानों की बड़ी विजय है। मैं किसानों के लंबे संघर्ष के लिए उन्हें बधाई देता हूं। देश की अहंकारी सरकार को झुकना पड़ा। हम देश के किसानों और उनके इंकलाब को सलाम करते हैं और उन किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने अपना जीवन कुर्बान (आंदोलन के दौरान) किया।(भाषा)