ब्रिटेन में सियासी घमासान, 39 दिग्गजों ने छोड़ा बोरिस का साथ, जॉनसन ने बनाया सरकार बचाने का प्लान
लंदन। पीएम पद से इस्तीफे के लिए लगातार बढ़ते दबाव के बीच बोरिस जॉनसन अभी भी इस्तीफा नहीं देने पर अड़े हुए हैं। हालांकि पिछले 24 घंटे उनके लिए काफी भारी साबित हुए हैं। इस दौरान 39 मंत्रियों ने उनका साथ छोड़ दिया। गृहमंत्री प्रीति पटेल सहित मंत्रिमंडल में रहे प्रधानमंत्री के कई करीबी अब उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। जॉनसन के इस्तीफे पर ऋषि सुनक समेत कई दिग्गजों की नजर है। बहरहाल मीडिया खबरों के अनुसार, जॉनसन का इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं है।
मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री माइकल गोव ने जॉनसन को प्रधानमंत्री के पद से हटने को कहा था। ऐसा कहा जा रहा है कि जॉनसन ने इसके बाद माइकल गोव को डाउनिंग स्ट्रीट में बुलाया और उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने की जानकारी दी।
39 मंत्रियों का इस्तीफा : जॉनसन पर इस्तीफे का दबाव बनाते हुए अब तक 39 मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें ऋषि सुनक, प्रीति पटेल समेत कई दिग्गज शामिल है। कंजर्वेटिव पार्टी के अंदर से अब कई सांसद बोरिस जॉनसन का इस्तीफा मांगने लगे हैं। हालांकि जॉनसन ने तुरंत रिक्त पदों को भरने की कवायद शुरू कर दी है।
क्यों मचा है बवाल : जॉनसन ने मंगलवार को क्रिस पिंचर को उप मुख्य सचेतक नियुक्त करने के लिए माफी मांगी। जॉनसन ने इस बात को स्वीकार कर लिया कि पिंचर 2019 अनुचित व्यवहार करते पाए गए थे। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें 2019 में शिकायत के बारे में बताया गया था, लेकिन इस पर कार्रवाई न करके एक बुरी गलती की थी। पिंचर को पिछले सप्ताह यौन दुराचार के आरोप में टोरी सांसद के रूप में निलंबित कर दिया गया था।
1.4 करोड़ लोगों का समर्थन : जॉनसन के नेतृत्व पर उठ रहे सवालों के बीच उनके निजी संसदीय सचिव जेम्स डुड्रिज ने स्काई न्यूज को बताया कि जॉनसन और ब्रिटेन के नए चांसलर नादिम जहावी गुरुवार को अर्थव्यवस्था पर एक संयुक्त योजना पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि जॉनसन के पास देश के 1.4 करोड़ लोगों का समर्थन है और अभी उन्हें देश के लिए बहुत कुछ करना है।
डुड्रीज ने कहा कि मैं उम्मीद कर रहा हूं कि वह आज शाम तक मंत्रिमंडल के वरिष्ठ पदों पर नियुक्ति कर देंगे। मैं प्रधानमंत्री और उनके चांसलर नादिम जहावी की घोषणाओं को लेकर भी उत्साहित हूं।
गर्मियों तक पद पर बने रह सकते हैं जॉनसन : लगभग महीने भर पहले ही बोरिस जॉनसन ने बहुमत साबित किया था। मौजूदा नियमों के तहत विश्वास मत जीतने के बाद जॉनसन आगामी गर्मियों तक प्रधानमंत्री पद पर बन रह सकते हैं। हालांकि, ब्रिटिश मीडिया का कहना है कि 1922 समिति की कार्यपालिका कभी भी नियमों में बदलाव ला सकती है।