देवशयनी एकादशी पर करें ये 3 कार्य तो मिलेंगे 3 लाभ
देवशयनी एकादशी का व्रत करने के 3 फायदे
Devshayani Ekadashi Vrat 2024: भगवान विष्णु आषाढ़ शुक्ल एकादशी देवशयनी को 4 माह के लिए शयन के लिए चले जाते हैं और फिर वे कार्तिक शुक्ल एकादशी को जागते हैं। आषाढ़ शुक्ल एकादशी के बाद पूर्णिमा से चातुर्मास प्रारंभ हो जाता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार श्री हरि के शयन को योगनिद्रा भी कहा जाता है। 17 जुलाई 2024 को देवशयनी एकादशी रहेगी। इस दिन यदि आप 3 कार्य करेंगे तो आपको इसके 3 लाभ होंगे।
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देवशयनी एकादशी पर करें दो कार्य :
1. इस दौरान विधिवत व्रत रखने से पुण्य फल की प्राप्त होती है और व्यक्ति निरोगी रहता है।
2. इस दिन प्रभु श्रीहरि की विधिवत पूजा करने और उनकी कथा सुनने से सभी तरह के संकट कट समाप्त हो जाते हैं।
3. इस दिन चंद्रदेव को अर्घ्य अर्पित करने से मानसिक शांति मिलती है।
देवशयनी एकादशी पर प्राप्त होंगे ये 2 लाभ:
1. शास्त्रों के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत करने से सिद्धि प्राप्त होती है।
2. यह व्रत सभी उपद्रवों को शांत कर सुखी, शांति और प्रसन्नता प्रदान करता है और जीवन में खुशियों को भर देता है।
3. इस एकादशी का विधिवत व्रत रखने से चंद्र से संबंधित सभी तरह के दोष दूर हो जाते हैं।
देवशयनी एकादशी के सबसे शुभ मुहूर्त:
अमृत काल : शाम 04:23 से 06:03 तक।
हरिशयन मंत्र- 'सुप्ते त्वयि जगन्नाथ जमत्सुप्तं भवेदिदम्। विबुद्दे त्वयि बुद्धं च जगत्सर्व चराचरम्।'