Yoga Tips for Asthma Patients : दीपावली का त्यौहार खुशियों, रोशनी और मिठास से भरा होता है, लेकिन अस्थमा के मरीजों के लिए यह समय चुनौतियों से भरा भी हो सकता है। पटाखों और दीपों के जलने से हवा में धूल और धुएं की मात्रा बढ़ जाती है, जो अस्थमा के मरीजों के लिए सांस लेने में कठिनाई पैदा कर सकती है। ऐसे में योग और प्राणायाम के जरिए श्वास को नियंत्रित रखकर इस त्यौहार का आनंद लिया जा सकता है। आइए जानें कि कौन से योग अभ्यास अस्थमा के मरीजों के लिए दीपावली पर खासतौर पर मददगार साबित हो सकते हैं।
1. गहरी श्वास लेने का अभ्यास (प्राणायाम)
दीपावली के समय प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है, जिससे अस्थमा के मरीजों के लिए सांस लेना कठिन हो सकता है। प्राणायाम का अभ्यास, विशेषकर अनुलोम-विलोम और कपालभाति, फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है और आपकी ब्रीथिंग को साफ रखता है।
2. भ्रामरी प्राणायाम से मानसिक शांति पाएं
भ्रामरी प्राणायाम एक ऐसी योग प्रक्रिया है जो मानसिक तनाव को दूर कर देती है और श्वास प्रक्रिया को गहराई से संतुलित करती है। यह अस्थमा के मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि तनाव से अस्थमा के लक्षण बिगड़ सकते हैं। भ्रामरी प्राणायाम न केवल मानसिक शांति देता है बल्कि श्वास प्रक्रिया को संतुलित करता है।
3. सर्वांगासन (शोल्डर स्टैंड) करें
सर्वांगासन से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है और फेफड़ों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ती है। दीपावली पर प्रदूषण के कारण अस्थमा के मरीजों के लिए यह आसन फायदेमंद साबित हो सकता है।
4. सेतुबंधासन (ब्रिज पोज) करें
सेतुबंधासन करने से फेफड़े फैलते हैं और श्वास मार्ग खुलता है। यह आसन फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाने में सहायक होता है और श्वास में आसानी लाता है। पोज कहते हैं। इस आसन का अभ्यास थायराइड की समस्या को कम कर सकता है। दीपावली के प्रदूषण से बचने के लिए इसे रोजाना कुछ मिनट करें।
5. आद्रिका प्राणायाम का अभ्यास करें
यह प्राणायाम बलगम को पतला करने और फेफड़ों को मजबूत बनाने में सहायक है। त्योहारों के समय अनावश्यक धूल और धुएं से बचने के लिए इसे नियमित रूप से करें, ताकि श्वास नली साफ रहे।
6. योग निद्रा से विश्राम करें
दीपावली के व्यस्त माहौल में मानसिक और शारीरिक शांति बनाए रखने के लिए योग निद्रा एक बेहतरीन तरीका है। यह अस्थमा के मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि ये तनाव को कम करके सांसों की लय को नियमित करता है।
7. हाइड्रेशन का ध्यान रखें
त्योहारों के समय तली-भुनी चीजें खाने से अस्थमा के मरीजों को परेशानी हो सकती है। इसलिए पानी का सेवन बढ़ाएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे और बलगम पतला हो, जिससे श्वास लेना आसान होता है। दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी पिएं।
8. दीपावली के प्रदूषण से बचें
दीपावली के दौरान अस्थमा के मरीजों को पटाखों से दूरी बनाए रखना चाहिए। यदि संभव हो, तो घर के अंदर ही योगाभ्यास करें और वायु गुणवत्ता खराब होने पर बाहर जाने से बचें। इस दीवाली इन योग टिप्स को अपनाकर आप न केवल अस्थमा को नियंत्रित रख पाएंगे, बल्कि त्योहार का भरपूर आनंद भी ले पाएंगे।
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