जीत के बाद बोले टीम इंडिया के कप्तान कोहली, रोहित के आगे नतमस्तक हूं
साउथम्पटन। रोहित शर्मा की शतकीय पारी की बदौलत भारत ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका को 6 विकेट से हराकर अपने वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत जीत के साथ थी। कोहली ने मैच के बाद कहा, 'हमें पहले मैच के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा ओर इसके बाद इस तरह का मैच खेला। मैच पूरे समय चुनौतीपूर्ण बना रहा। हमारे लिए जीत से शुरुआत करना महत्वपूर्ण था। अगर आप मैच पर गौर करो तो यह चुनौतीपूर्ण था। रोहित के आगे नतमस्तक हूं। यह पेशेवर जीत है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए यह राहत की बात है कि टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चुनौतीपूर्ण मैच में जीत से शुरुआत करने में सफल रही जो कि उसके लिए महत्वपूर्ण है। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 227 रन बनाये। भारत ने रोहित शर्मा के नाबाद 122 रन की मदद से चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया।
कोहली ने कहा कि अगर हम टास जीतते तो पहले गेंदबाजी ही करते। परिस्थितियां तब गेंदबाजों के अनुकूल थी और वे दो हार के बाद इस मैच में उतरे थे। जसप्रीत बुमराह हमेशा अलग स्तर की गेंदबाजी करता है। बल्लेबाज हमेशा उसके सामने दबाव महसूस करते हैं। चहल ने बेजोड़ गेंदबाजी की।
भारतीय कप्तान ने कहा कि बुमराह ने जिस तरह से अमला को आउट किया वह लाजवाब था। मैंने अमला को इस तरह से स्लिप में कैच देकर आउट होते हुए नहीं देखा। क्विंटन डिकाक का विकेट भी शानदार था। रोहित की पारी विशेष थी। शीर्ष तीन बल्लेबाजों में से किसी का एक का शतक लगाना हमारे लिये जरूरी है।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डुप्लेसिस ने भारतीय गेंदबाजों की तारीफ की। डुप्लेसिस ने कहा कि उनकी गेंदबाजी बेहतरीन रही। उनके पास अच्छे तेज गेंदबाज और अच्छे स्पिनर हैं। हमने शुरुआती झटकों के बाद अच्छी वापसी की लेकिन उनके स्पिनरों ने हमारा मध्यक्रम झकझोर दिया। हमारे किसी बल्लेबाज को लंबी पारी खेलनी चाहिए थी। अधिक बल्लेबाजों की 30 या 40 रन की पारियां स्वीकार्य नहीं हैं।
उन्होंने रोहित शर्मा की पारी के बारे में कहा कि रोहित का भाग्य ने साथ दिया कि लेकिन बाद उसने शतक जमाया और अपनी टीम को जीत दिलाई। रोहित को उनकी नाबाद शतकीय पारी के लिये मैन आफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा कि पिच से गेंदबाजों को मदद मिल रही थी और इसलिए उन्होंने संभलकर बल्लेबाजी की।
रोहित ने कहा, 'पूरे मैच में गेंदबाजों को पिच से कुछ मदद मिलती रही। मैंने अपने शॉट खेलने में समय लिया और मैं जिन शॉट को खेलना पसंद करता हूं उन्हें नहीं खेला। यह रोहित शर्मा की आम पारियों जैसी नहीं थी लेकिन मैं आखिर तक टिके रहकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाना चाहता था।' उन्होंने कहा कि इस टीम में सभी बल्लेबाजों की अपनी भूमिका है। हम एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं रह सकते। यह इस टीम की विशेषता है।