विश्व बैंक ने आखिर क्यों की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की तारीफ?
भारत में लगातार वैक्सीनेशन प्रोग्राम जारी है। इसके साथ ही भारत दुनिया के कई देशों को वैक्सीन देकर मदद कर रहा है। हाल ही में भारत दुनिया के करीब 92 गरीब देशों के लिए वैक्सीन बनाने का काम कर रहा है। भारत को अब वैक्सीन देने वाला महीसा कहा जा रहा है।
इस बीच विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास ने कहा है कि भारत सौभाग्यशाली है कि उसके पास सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जैसा वैश्विक वैक्सीन का एक बड़ा निर्माता है और कहा कि वह घरेलू टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाने के देश के प्रयासों से प्रोत्साहित होते हैं।
मालपास ने ये टिप्पणियां अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की आगामी बैठक से पहले मीडिया से चर्चा के दौरान सोमवार को की हैं। उन्होंने कहा, मेरा सीरम इंस्टीट्यूट के साथ काफी संपर्क रहा है। भारत का सौभाग्य है कि देश में वैश्विक टीकों का एक बड़ा निर्माता है एक प्रश्न के जवाब में, मालपास ने कहा कि उन्होंने स्थानीय निर्माण के लिए राष्ट्रीय जरूरतों और विश्वभर में अन्य देशों को पहुंचाई जाने वाली सहायता के लिहाज से अधिक पारदर्शिता को बढ़ावा दिया है।
मालपास ने कहा, यह साफ नहीं है कि अमेरिका या यूरोप में, या दक्षिण अफ्रीका में, या भारत में स्थानीय मांगों की आपूर्ति के लिए स्थानीय उत्पादन की क्या जरूरतें हैं, मैं भारत द्वारा उनके घरेलू टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाने से प्रोत्साहित हूं।
गावी के सीईओ सेठ बर्कली ने कहा है, भारत दुनिया में विकासशील देशों को सबसे ज्यादा वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा है।