रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हुए आइसोलेट, अप्रैल में ली थी वैक्सीन की दोनों खुराक
मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन करीबी अधिकारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण खुद क्वारंटाइन में चले गए हैं। राष्ट्रपति कार्यालय 'क्रेमलिन' ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। 'क्रेमलिन' के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा कि पुतिन ने कोविड-19 की जांच कराई, लेकिन संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई।
पुतिन कोविड-19 रोधी टीके स्पूतनिक-वी की दोनों खुराक ले चुके हैं। उन्होंने दूसरी खुराक अप्रैल में ली थी। प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति बिल्कुल स्वस्थ हैं, लेकिन संक्रमितों के संपर्क में आने के कारण क्वारंटाइन में रहेंगे। प्रवक्ता ने यह नहीं बताया कि पुतिन कब तक क्वारंटाइन में रहेंगे लेकिन कहा कि वह अपना कार्य जारी रखेंगे। पुतिन किसके संपर्क में आए, इस बारे में पेसकोव ने कोई टिप्पणी नहीं की।
रूस में संक्रमण के कारण पिछले कुछ दिनों से हर दिन मौत के औसतन 800 तक मामले आ रहे हैं लेकिन देश में संक्रमण रोकने के लिए किसी तरह की पाबंदी नहीं है। इससे पहले 'क्रेमलिन' ने बताया कि पुतिन और ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमली रहमान के बीच फोन पर बातचीत हुई। रूस के राष्ट्रपति ने सोमवार को कई कार्यक्रमों में शिरकत की। उन्होंने रूस के पैरालंपिक खिलाड़ियों से मुलाकात की, बेलारूस के साथ समन्वित सैन्य अभियान में शामिल हुए और सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद से भेंट की। पैरालंपिक खिलाड़ियों से मुलाकात के दौरान पुतिन ने कहा था कि जल्द ही उन्हें लॉकडाउन' में जाना पड़ सकता है।
सीरिया के राष्ट्रपति मार्च में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की खुराक ली है या नहीं। जब राष्ट्रपति पुतिन को पता था कि उनके करीबी घेरे में कोविड-19 के मामले आ चुके हैं तो उन्होंने सोमवार को कई कार्यक्रमों में शिरकत क्यों की, यह पूछे जाने पर पेसकोव ने कहा कि डॉक्टरों की राय के बाद राष्ट्रपति ने क्वारंटाइन में जाने का फैसला किया और सोमवार को कार्यक्रमों से किसी को कोई खतरा नहीं हुआ। रूस में अब तक कोविड-19 के 71 लाख मामले आ चुके हैं और 1,94,249 लोगों की मौत हुई है। संक्रमण के ज्यादा मामलों के बावजूद रूस टीकाकरण अभियान बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहा है और यह कई देशों से पीछे है। पिछले शुक्रवार तक देश की 32 प्रतिशत आबादी कम से कम एक खुराक ले चुकी थी और 27 प्रतिशत आबादी ने दोनों खुराक ले ली है।(भाषा)