शुक्रवार, 15 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. कोरोना वायरस
  4. OPD of more than 125 green category hospitals started in Indore
Written By
Last Updated : रविवार, 19 अप्रैल 2020 (20:11 IST)

Corona Virus : इंदौर में ग्रीन श्रेणी के 125 से अधिक अस्पतालों की OPD शुरू

ग्रीन अस्पतालों में आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग की विशेष व्यवस्था

Corona Virus : इंदौर में ग्रीन श्रेणी के 125 से अधिक अस्पतालों की OPD शुरू - OPD of more than 125 green category hospitals started in Indore
इंदौर। इंदौर जिले में कोरोना वायरस (Corona Virus) से निपटने के लिए व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। आम नागरिकों के इलाज के लिए भी ग्रीन श्रेणी के अस्पतालों को चिन्हित कर उनकी ओपीडी शुरू कराई जा रही है। अभी तक लगभग 125 अस्पतालों में ओपीडी शुरू हो गई है। यहां आने वाले मरीजों के स्क्रीनिंग की विशेष व्यवस्था की गई है।

सभी ग्रीन अस्पतालों में नोडल अधिकारी बनाए गए हैं, जो व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं। ग्रीन अस्पताल में स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना वायरस के संभावित लक्षण पाए जाने पर उन्हें यलो श्रेणी के अस्पताल में भेजने के विशेष प्रबंध किए गए हैं। यह व्यवस्था कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशानुसार सुनिश्चित की जा रही है।
 
उक्त व्यवस्था के नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर चन्द्रमोली शुक्ला ने बताया कि व्यवस्थाओं के संबंध में ग्रीन तथा यलो अस्पताल के बीच समन्वय बनाने तथा अन्य कार्यों के लिए एक कन्ट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। इस कन्ट्रोल रूम को दूरभाष नम्बर 0731-2363009 है। इस कन्ट्रोल रूम के माध्यम से ग्रीन और यलो अस्पताल के बीच समन्वय स्थापित किया जा रहा है।

कन्ट्रोल रूम के माध्यम से ओला एम्बुलेंस को बुलाने, स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें, ग्रीन हॉस्पिटल में मरीजों के उपचार, ग्रीन एवं यलो हॉस्पिटल के नोडल अधिकारियों के आपसी समन्वय का कार्य भी हो रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक 125 अस्पतालों में ओपीडी शुरू हो गई है। इन अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार आदि कोरोना के लक्षण पाए जाने वाले मरीजों के लिए अलग से स्क्रीनिंग सेंटर बनाए गए हैं।

स्क्रीनिंग सेंटर में ही जांच के उपरांत कोरोना लक्षण पाए जाने पर उन्हें तुरंत ही यलो श्रेणी के अस्पताल में भेजा जा रहा है। इस कन्ट्रोल रूम के माध्यम से स्क्रीनिंग सेंटर के नोडल अधिकारी को बताया जाता है कि इस यलो अस्पताल में कितने बेड खाली हैं और उन्हें किस यलो श्रेणी के अस्पताल में भेजा जाना है।

नोडल अधिकारी द्वारा बताए जाने पर संबंधित यलो हॉस्पिटल में कोरोना संभावित मरीज को भर्ती करने के लिए पूर्व व्यवस्था हो जाती है, जिससे की कोई परेशानी नहीं आ रही है। मरीज को ग्रीन अस्पताल से यलो अस्पताल में भेजने के लिए संबंधित अस्पताल की एम्बुलेंस अथवा ओलोकेव एम्बुलेंस का उपयोग किया जा रहा है।

चन्द्रमौली शुक्ला ने बताया कि ग्रीन श्रेणी के अस्पतालों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं, वह सभी व्यवस्थाओं पर निगरानी रखे हुए हैं। जिले में 125 अस्पतालों की ओपीडी स्टॉफ सहित चालू है। उन्होंने बताया कि यलो श्रेणी के 11 चिन्हित हॉस्पिटल हैं, इन सभी में पर्याप्त बेड और पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं।
 
मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना के लिए परिहार समन्वयक अधिकारी : इंदौर जिले में मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना के क्रियान्वयन के संबंध में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी मनीष सिंह ने संयुक्त संचालक सांख्यिकी बी.पी.एस.परिहार को समन्वयक अधिकारी बनाया है। परिहार का मोबाइल नम्बर 9425133778 है।

मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना के तहत कोविड-19 महामारी की रोकथाम में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे अधिकारी-कर्मचारी की जीवन की हानि होने, दुर्घटना से आकस्मिक मृत्यु होने के संबंध में पात्र व्यक्ति के लिए 50 लाख रुपए देने का प्रावधान है।
ये भी पढ़ें
मौलाना के जनाजे में उड़ी लॉकडाउन की धज्जियां, उमड़ी हजारों की भीड़