भोपाल/ इंदौर। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण के 44 नए मामले सामने आने के बाद प्रदेश में इस बीमारी की चपेट में आने वाले लोगों की तादाद बढ़कर 470 पर पहुंच गई है। इनमें से अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है।
मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में पाए गए 470 कोरोना मरीजों में से प्रदेश की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले शहर इंदौर में अब तक सर्वाधिक 249 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। पिछले 24 घंटों में इंदौर में 14 नए मामले सामने आए हैं।
प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोविड—19 के लिए पिछले 24 घंटों में 21 मामले पॉजिटिव आए हैं। इसी के साथ भोपाल में इस महामारी की चपेट में आए मरीजों की संख्या बढ़कर अब 119 हो गई है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में 65 वर्षीय एक आयुर्वेद चिकित्सक की कोविड—19 से शुक्रवार को दम तोड़ने के बाद प्रदेश में अब तक 37 लोगों की इस वायरस के संक्रमण से मौत हो चुकी है। इनमें से इंदौर में 27, उज्जैन में पांच, खरगोन में दो एवं भोपाल, देवास एवं छिंदवाड़ा में एक—एक शामिल हैं। सागर जिले में पहली बार आज एक कोरोना वायरस संक्रमित मरीज आने के बाद मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से 20 जिलों में इस महामारी ने अब दस्तक दे दी है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया, गुरुवार रात तक मध्य प्रदेश में कुल 470 कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश में सबसे अधिक 249 कोरोना मरीज इंदौर में मिले हैं, जबकि इसके बाद 119 मरीज भोपाल में, 16 उज्जैन में, 14—14 मुरैना, खरगोन एवं बड़वानी में, नौ जबलपुर में, छह—छह ग्वालियर एवं होशंगाबाद में, पांच खंडवा में, चार विदिशा में, तीन देवास में, दो—दो छिंदवाड़ा एवं शिवपुरी में और एक—एक मरीज बैतूल, श्योपुर, रायसेन, धार, सागर एवं शाजापुर में मिले हैं। कोरोना संक्रमित एक मरीज दूसरे राज्य का है।
उन्होंने बताया कि इनमें से 37 मरीज अब स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। 37 मरीजों के मरने एवं 37 मरीजों के डिस्चार्ज होने के बाद अब प्रदेश में कुल 396 संक्रमित मरीज रह गए हैं, जिनमें से 370 मरीजों की हालत स्थिर बनी हुई है, जबकि आठ मरीजों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
इंदौर से मिली जानकारी के अनुसार देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल इंदौर में इस महामारी की जद में आए 65 वर्षीय आयुर्वेद चिकित्सक सहित चार और मरीजों की मौत की शुक्रवार को आधिकारिक पुष्टि की गई। इसके साथ ही शहर में इस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 27 पर पहुंच गई है।
इंदौर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि जिला आयुष अधिकारी के रूप में डेढ़ साल पहले सेवानिवृत्त हुए 65 वर्षीय आयुर्वेद चिकित्सक ने शहर के एक निजी अस्पताल में शुक्रवार को आखिरी सांस ली।
उन्होंने कहा, हमें लगता है कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाले आयुर्वेद चिकित्सक अपने निजी क्लिनिक में कोविड-19 के किसी मरीज के इलाज के दौरान कुछ दिन पहले उसके संपर्क में आए होंगे। हम जांच के जरिए इस बात की पुष्टि का प्रयास कर रहे हैं।जड़िया ने बताया कि पिछले दिनों आयुर्वेद चिकित्सक से इलाज कराने वाले मरीजों का रिकॉर्ड जुटाया जा रहा है। उन्हें ढूंढकर पृथक वास में भेजा जाएगा और उनकी सेहत की नियमित जांच की जाएगी।
इससे पहले शहर के 62 वर्षीय जनरल फिजिशियन कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। उन्होंने एक निजी अस्पताल में गुरुवार सुबह दम तोड़ दिया था। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक जनरल फिजिशियन अस्पताल में भर्ती होने से पहले अपने निजी क्लीनिक में 28 मार्च तक मरीज देख रहे थे।
वहीं शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती 52 वर्षीय पुरुष, 65 वर्षीय पुरुष और 70 वर्षीय पुरुष ने पिछले दो दिन के दौरान दम तोड़ा। अधिकारी ने बताया कि प्रयोगशाला से आई जांच रिपोर्ट में तीनों मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।(भाषा)