राजधानी भोपाल में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। जिले में कोरोना पॉजिटिविटी दर 10 प्रतिशत होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए है। कोरोना समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने भोपाल में सोमवार से निजी कार्यालय (प्राइवेट दफ्तर ) 50 प्रतिशत क्षमता से संचालित करने और दुकानों को रात 10 बजे के स्थान पर 8 बजे बंद करने के निर्देश दिए है। अब तक अनलॉक में भोपाल में प्राइवेट दफ्तर 100 फीसदी कर्मचारियों के साथ संचालित हो रहे थे।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा अन्य सभी सावधानियां बरतें। थोड़ी भी लापरवाही खतरनाक हो सकती है।
राजधानी भोपाल की जहां पिछले एक सप्ताह अचानक से कोरोना के ग्राफ में बड़ा उछाल आया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी कोरोना बुलिटेन के आंकड़ों पर नजर डालें तो भोपाल में 12 जुलाई को 95, 13 जुलाई को 88, 14 जुलाई को 103,15 जुलाई को 89 और 16 जुलाई को 128,17 जुलाई को 128 और 18 जुलाई यानिक आज 109 नए मरीज सामने आए है।
इन जिलों में पॉजिटिविटी दर ज्यादा – कोरोना समीक्षा बैठक में में पाया गया कि भोपाल, ग्वालियर, खरगौन, धार, सीहोर, श्योपुर, होशंगाबाद, नरसिंहपुर की पॉजिटिविटी दर अपेक्षाकृत अधिक है वहीं उज्जैन, सागर, शिवपुरी, दतिया आदि जिलों की कम आई है। हरदा, दमोह, शहडोल, आगर-मालवा, अनूपपुर, डिंडोरी, निवाड़ी व सिवनी की पॉजिटिविटी दर शून्य प्रतिशत आई है।
नसरूल्लागंज में लग सकता है लॉकडाउन - सीहोर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां टैस्टिंग कम है। प्रति दस लाख वहां सैम्पलिंग 1370 है, जबकि मध्यप्रदेश में टैस्टिंग 7096 प्रति दस लाख है। नसरूल्लागंज में पिछले दिनों में अधिक प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वहां टैस्टिंग बढ़ाई जाए, आवश्यकता होने पर लॉकडाउन किया जा सकता है। सीहोर जिले में वर्तमान में एक्टिव मरीज 61 है तथा 29 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
गाइड लाइन का पालन न करने पर कार्रवाई करें - विदिशा जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां शादी समारोहों में अधिक व्यक्ति संक्रमित हुए हैं। मुख्यमंत्री निर्देश दिए कि शादी आदि समारोहों में शासन द्वारा निर्धारित गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित किया जाए। यदि कोई इसका पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
एक्टिव प्रकरणों में 15वें स्थान पर - देश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की तुलनात्मक समीक्षा में पाया गया कि मध्यप्रदेश एक्टिव प्रकरणों की दृष्टि से देश में 15वें स्थान पर है, वहीं पॉजीटिव प्रकरणों के मामले में 13वें स्थान पर है। मध्यप्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 3.73 प्रतिशत, रिकवरी रेट 68.3 प्रतिशत तथा फैटिलिटी रेट 3.24 प्रतिशत है।