इन दिनों देश के अनेक राज्य बोर्ड की बारहवीं की परीक्षाओं का वक्त है। सीबीएसई समेत अन्य बोर्ड भी परीक्षाओं का टाइम-टेबल जारी कर चुके हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश बोर्ड की परीक्षाएं हुई हैं जिसमें 12वीं के 97.5 प्रतिशत विद्यार्थी सम्मिलित हुए हैं। इसी तरह देश भर में अन्य राज्यों में भी इस साल बारहवीं के लाखों विद्यार्थी हैं। हर साल बारहवीं के बाद करियर संवारने के सैकड़ों हजारों मौके हमारे पास आते हैं लेकिन हम यह भूल जाते हैं कि अक्सर हमारी काबिलियत क्या है। हम क्या और किस क्षेत्र में बेहतर कर सकते हैं। हमारे लिए कौन सा विषय अच्छा रहेगा। हम किस तरह अपनी रूचि के विषय को अपने ड्रीम करियर तक पहुंचने का जरिया बना सकते हैं।
साल 2020 में सीबीएसई की बारहवीं के परीक्षा परिणामों में 99.3 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे। 2019 में यह आंकड़ा 88.7 प्रतिशत का था। परिणाम के रुझानों के अध्ययन से पता चलता है कि लड़कियों ने लड़कों से 0.54 फीसदी अच्छा प्रदर्शन किया है। कहने का सीधा मतलब है कि हर तरफ कॉम्पिटिशन बहुत बढ़ रहा है। और बारहवीं कक्षा तक हमारे करियर की दिशा काफी हद तक साफ हो जाती है। लेकिन इस समय हमें अपनी स्टडी और करियर के सारे निर्णय बहुत ध्यान से करने चाहिए। इससे फ्यूचर रिजल्ट्स बहुत ब्राइट होते हैं।
स्कूली शिक्षा 12वीं में ही खत्म हो जाती है। ये उम्र का वो पड़ाव होता है जहां स्टूडेंट्स अपने ड्रीम करियर के सपनों की तलाश में नौजवान निकल पड़ते हैं। इसके बाद युवा कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज का रूख करते हैं। बारहवीं के बाद अगर हमें अपने करियर गोल्स को पाने के लिए एक ठोस रणनीति की आवश्यकता होती है। बिना स्ट्रेटेजी के आगे बढ़ने से करियर में समस्याएं आ सकती हैं। अब देश में नई शिक्षा नीति के हिसाब से ग्रेजुएशन और अन्य कोर्सेज चल रहे हैं। इसके अनुरूप प्रवेश और कोर्स की अवधि वगैरह भी बदली हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि कॉलेजों में एडमिशन लेते वक्त अच्छे से सोच-समझ कर फैसला लिया जाए। अब मल्टीपल एंट्री और एग्जिट है।
ग्रेजुएशन करने के दौरान अगर लगता है कि फर्स्ट ईयर के बाद ही कहीं नौकरी लग जाती है तो सर्टिफिकेट लेकर नौकरी में जा सकते हैं। बाद में कभी भी सेकंड ईयर में दाखिला लिया जा सकता है। इसी तरह सेकंड और थर्ड ईयर में भी होगा। बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं के बाद हमारे लिए पूरी दुनिया में बहुत से ऑप्शन खुले होते हैं। बहुत से प्रतिष्ठित संस्थानों में ऑल इंडिया एंट्रेंस की स्कोरिंग के आधार पर एडमिशन होते हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अनेक विषयों में उच्च शिक्षा के अच्छे कोर्स उपलब्ध होते हैं। इन संस्थानों में न सिर्फ अच्छा अकादमिक माहौल होता है बल्कि यहां कई तरह की कोचिंग, र्स्पोट्स और अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं। सबसे अच्छी बात है कि इन यूनिवर्सिटीज में फीस बहुत ही कम होती है। देश के अधिकांश केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए एडमिशन हो रहे हैं।
करियर मंत्रा आफ्टर स्कूल
*अपने करियर ऑब्जेक्टिव क्लियर रखें।
*अपने कोर्स सिलेक्शन पर फोकस करें।
*कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए अच्छे से रिव्यू करें।
*ग्रेजुएशन में इंटर्नशिप जरूर करें।
*फाइनल ईयर में स्पेशलाइजेशन सब्जेक्ट का सलेक्शन बहुत ध्यान से करें।
*सीनियर्स और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से लिंक बनाए रखें।
दरअसल हमें बारहवीं के बाद तुरंत ही अगर कुछ अच्छा करियर पाना है तो हम करियर ओरिएंटेड स्टडी पर फोकस करें। ध्यान रखें कि हम डॉक्टर बनना चाहते हैं या आर्किटेक्ट, डिफेंस सर्विसेज में जाना चाहते हैं या सिविल सर्विसेज में अपना भविष्य तलाशना चाहते हैं, सभी के लिए हमें एक अच्छा से इंस्टिट्यूट और कोर्स में एडमिशन तो लेना होगा। यहां ध्यान देने की जरूरत है कि इंजीनियरिंग, लॉ, फैशन डिजाइनिंग, आर्किटेक्चर, मैनेजमेंट, सोशल साइंसेज, मेडिकल और मैथ्स, स्टैटिक्स, एग्रीकल्चर, इकोनॉमिक्स तथा साइंस आदि विषयों में देशभर में अलग-अलग तरह के टेस्ट होते हैं। इनमें अच्छा स्कोर करने से ही हमें अपनी पसंद के किसी अच्छे कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल सकता है।
एक्सप्लोरेशन एंड कलेक्शन
*देशभर में यूनिवर्सिटीज में अब नई शिक्षा नीति एनईपी के तहत कोर्स चल रहे हैं।
*सब्जेक्ट्स का कॉम्बिनेशन और अपनी रुचियों को ध्यान में रखें।
*कोर्सेज के फ्यूचर को लेकर एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।
*स्टडीज के लिए विदेश जाना है तो वहां के इंस्टीट्यूट की जानकारियां जुटाने में सरकारी वेबसाइट्स की मदद लें।
एक बात यह भी है कि बारहवीं के बाद एविएशनए हास्पिटैलिटी, रिटेल बिजनेस, सेक्रेटियल प्रैक्टिस एंड ऑफिस मैनेजमेंट, वोकेशनल एजुकेशन जैसे ऑप्शंस भी करियर के नये और अच्छे विकल्प खोलते हैं। हमारे आस-पास ही कई इंस्ट्टि्यूट्स होते हैं जो इस तरह के सब्जेक्ट्स में स्टडीज के ऑप्शंस देते हैं इसलिए यह कतई जरूरी नहीं कि अब आपको कुछ नया कोर्स करने के लिए अपने कस्बे या शहर से बहुत दूर जाकर ही पढ़ाई करने की जरूरत है। आसपास के कॉलेज या यूनिवर्सिटी में जाकर आप पता करेंगे तो वहां पर भी आपकी पसंद का कोई अच्छा कोर्स आपको मिल सकता है। एक बात और ध्यान रखें कि अगर बारहवीं के दौरान कोई अच्छा टेस्ट आप क्वालिफाई नहीं कर पाये तो इसके लिए दुखी होने की जरूरत नहीं।
कई बार ऐसा हो सकता है। हम हर वक्त एक जैसा परफॉर्म तो नहीं कर सकते हां अपनी तैयारी जरूर अच्छी रखें लेकिन अगर फिर भी क्वालिफाई नहीं हुआ तो विकल्प जरूर रखें। बहुत से लोग ड्राप लेकर फिर से तैयारी में जुट जाते हैं अपनी पसंद के लिए फिर से कोशिश करना बुरी बात नहीं लेकिन आप अगर दूसरा अल्टरनेट रखेंगे और उस पर आगे बढ़ेगें तो हो सकता है कि वह भी आपको अच्छा लगने लगे। यह भी हो सकता है कि कुछ वक्त बाद आप उसमें ही अच्छा कर लें और आपको अपना करियर आगे बढ़ता हुआ दिखे। इसलिए हमेशा पॉजिटिव और कूल हो कर सोचें। करियर के मामले में जल्दबाजी कतई न करें।
याद रखें कि बहुत सी बड़ी हस्तियों ने शुरूआत में बहुत सी असफलताएं और रिजेक्शंस देखे लेकिन बाद में वे अपने फील्ड्स में टॉप पर पहुंचे। बस उन्होंने हार नहीं मानी वे अपने लिए ऑप्शंस तलाशते रहे। आंइस्टाइन, विंस्टन चर्चिल, हेनरी फोर्ड एथामस एडीसन, मिसाइल मैन कलाम साहब से लेकर बिग बी तक की स्टोरीज को पढ़ेंगे तो पता चलेगा कि लगातार कोशिशें करने से ही हम जो हासिल करना चाहते हैं उसे पा सकते हैं।
ध्यान रखें कि बारहवीं से ही अगर हम अपने लक्ष्यों की तरफ बढ़ने के लिए अच्छे से तैयारी कर लेते हैं तो ग्रेजुएशन के बाद हमें एक शानदार करियर मिल ही जाता है। इसलिए हम अपने करियर की दिशा में पहला कदम उठाने से पहले अच्छी तैयारी कर लें तो सक्सेस मिलना तय है।