होंडा (Honda) मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने 2024 में दो इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने का आज ऐलान किया। इसमें बैटरी स्वैपिंग वाला एक्टिवा ई-स्कूटर भी शामिल है। होंडा ने हाल ही में एक्टिवा का नया मॉडल पेश किया था। इसके साथ ही कंपनी ने अपने ईवी योजनाओं और भावी कारोबारी योजनाओं का खुलासा करते हुए 2030 तक 10 लाख इलेक्ट्रिक वाहन (EV) उत्पादन तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया है।
कंपनी ने भारत में ईवी योजनाओं के लिए 3 ई पर आधारित अवधारणा तय की है। इसमें फैक्टरी ई, प्लेटफार्म ई और वर्कशॉप ई शामिल है।
कंपनी के अध्यक्ष एवं सीईओ आत्सुशी ओगाता ने आज यहां स्थिति संयंत्र में पत्रकारों के भ्रमण के दौरान कहा कि 2040 तक इलेक्ट्रिक वाहन एवं फ्यूल सैल वाहनों के अनुपात को 100 फीसदी तक बढ़ाने के होंडा के विश्वस्तरीय दृष्टिकोण के मद्देनज़र, हम फ्लेक्स फ्यूल इंजन की शुरुआत के साथ आईसीई इंजनों की दक्षता में सुधार जारी रखे हुए हैं और साथ ही मॉडल्स एवं इकोसिस्टम के विद्युतीकरण के साथ वैकल्पिक ईंधनों के लिए सरकारी निर्देशों का अनुपालन कर रहे हैं।
ईवी की बात करें तो हम भारत की सर्वश्रेष्ठ ईवी कारोबार संरचना बनाने और स्थायी परिवहन के विकास में अग्रणी होने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी ईवी योजनाओं को अब अंजाम दिया जा रहा है, हम आकर्षक इलेक्ट्रिक वाहनों की बड़ी रेंज के निर्माण के लिए एक्सक्लुज़िव इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास कर रहे हैं। साथ ही हम ईवी टेकनोलॉजी के विकास, चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और आफ्टरसेल्स सर्विसेज़ में भी निवेश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि तीन ई पर आधारित अवधारणा में फैक्टरी ईके तहत निर्धारित ईवी निर्माण युनिट इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, विशेष मैनुफैक्चरिंग युनिट- फैक्टरी ई की स्थापना कर्नाटक में एचएमएसआई के नरसापुरा प्लांट में की जा रही है। यह फैक्टरी विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन पर ध्यान केन्द्रित करेगी, इसे इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह उच्च दक्षता एवं अधिकतम उत्पादन मूल्य के साथ उत्पादन को अनुकूलित कर सके।
सरकार के मेक इन इंडिया एवं स्थानीकृत निर्देशों के अनुरूप, होंडा के इलेक्ट्रिक वाहनों में स्वदेश में निर्मित कम्पोनेन्ट्स जैसे बैटरियों एवं पीसीयू का उपयोग किया जाएगा।
एचएमएसआई के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए मोटर का डिजाइन एवं उत्पादन भी होंडा द्वारा इन-हाउस होगा। इसके अलावा, फैक्टरी 80 फीसदी सस्टेनेबल मटीरियल रेशो एवं 100 फीसदी रीन्युएबल एनर्जी रेट के साथ स्थायित्व पर विशेष ज़ोर देगी। 2030 तक 10 लाख ईवी के उत्पादन के लिए चरणबद्ध तरीके से आधुनिक ऑटोमेटेड सुविधा का संचालन शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्म ई के तहत समर्पित ईवी प्लेटफॉर्म एचएमएसआई ने भावी ईवी प्लेटफॉर्म है। प्लेटफॉर्म ई का विकास किया गया है जो विभिन्न प्रकार के ईवी मॉडलों के लिए फाउन्डेशन की तरह काम करेगा। इसमें फिक्स्ड बैटरी टाईप, स्वैपेबल बैटरी टाईप और मिड.रेंज ईवी शामिल हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग को ध्यान में रखते हुए नए उपभोक्तओं की यात्रा को आसान बनाने के लिए एचएमएसआई ने प्रोजेक्ट विद्युत की शुरूआत भी की है। इस परियोजना के तहत एचएमएसआई वित्त वर्ष 2024 में दो नए दोपहिया ईवी लॉन्च करेगी। पहला मिड रेंज इलेक्ट्रिक वाहन और दूसरा स्वैपेबल बैटरी टाईप जिसमें होण्डा के मोबाइल पावर पैक का इस्तेमाल होगा।
श्री ओगाता ने कहा कि वर्कशॉप ई के तहत भविष्य के ईवी के लिए उपभोक्ताओं को आरामदायक एवं उच्च गुणवत्ता की यात्रा का अनुभव प्रदान करना एचएमएसआई का मुख्य उद्देश्य है। उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए एचएमएसआई के मौजूदा 6000 से अधिक नेटवर्क टचपॉइन्ट पर चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉल किए जाएंगे। इनमें से कुछ को वर्कशॉप ई में बदला जाएगा।
इस एक्सक्लुज़िव सेट अप में एचईआईडी बैटरी एक्सचेंजर, स्वैपेबल बैटरी टाईप के लिए मिनी बैटरी एक्सचेंर और फिक्स्ड बैटरी टाईप के लिए चार्जिंग केबल्स होंगे। साथ ही एचएमएसआई ने ईवी यूज़र्स को बैटरी स्वैपिंग का आसान अनुभव प्रदान करने के लिए समग्र इकोसिस्टम जैसे पेट्रोल पम्पों, मैट्रो स्टेशनों और अन्य स्थानों पर बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों का लाभ उठाने की योजना भी बनाई है। (symbolic photo)