Skin Barriers: एक्सपर्ट से जानें कैसे स्किन को डैमेज होने से बचाता है त्वचा का सुरक्षा कवच ‘स्किन बैरियर’
Skin Barriers: आज के समय में हर कोई स्वस्थ और चमकदार स्किन चाहता है। इसके लिए त्वचा को विशेष देख-रेख की ज़रुरत होती है। साथ ही ज़रूरी है कि हम अपनी स्किन के स्ट्रक्चर और उसके फंक्शन को सही तरीके से समझते हों। स्किन बैरियर (Skin Barriers) एक ऐसा ही विषय है। इस आर्टिकल में हम आपको स्किन बैरियर के बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं ।
इस एपिसोड में हमारे साथ हैं Dr Ginni Chabaria, जो इंदौर में एक Celebrity Dermatologist हैं। इस episode में हमने उनसे skin से सम्बंधित कई सारे बिन्दुओं पर बात की। आप ये पूरा एपिसोड वेबदुनिया के Youtube चैनल पर भी देख सकते हैं।
स्किन बैरियर (Skin Barriers) क्या होते हैं?
हमारी त्वचा कई लेयर्स से बनी होती है। शरीर को प्रोटेक्ट करने में हर एक स्किन लेयर का अपना महत्व होता है। त्वचा की उपरी सतह पर कठोर स्किन सेल्स पाए जाते हैं, जिसे कॉर्नोसाइट्स कहते हैं। ये सभी एक साथ जुड़े होते हैं और इसे ही स्किन बैरियर कहा जाता है।
क्यों महत्वपूर्ण है स्किन बैरियर (Skin Barriers)?
स्किन बैरियर शरीर की फ्री रेडिकल्स और वातावरण में मौजूद प्रदूषण से रक्षा करता है। वहीं स्किन बैरियर त्वचा के भीतर हाइड्रेशन को बनाए रखता है।
स्किन बैरियर (Skin Barriers) क्यों होते हैं डैमेज?
ज़्यादा ह्यूमिड या ड्राई वातावरण में लंबा वक्त बिताने से स्किन बैरियर डैमेज हो सकते हैं। वातावरण का प्रदूषण भी स्किन बैरियर को नुकसान पहुंचाता है। वहीँ लम्बे समय तक सूरज की किरणों से सीधे संपर्क में आने से भी स्किन बैरियर डैमेज हो सकते हैं। ज़्यादा एक्सफोलिएशन और ओवर वॉशिंग भी स्किन बैरियर को नुकसान होता है । इसके अलावा स्ट्रेस भी एक बड़ा कारण है। जानकारी और सही मार्गदर्शन के अभाव में स्टेरॉइड्स के इस्तेमाल से भी स्किन बैरियर को नुकसान होता है।
कैसे पता चलेगा कि आपकी स्किन बैरियर डैमेज हो चुकी है?
अगर आपकी त्वचा रूखी हो रही है साथ ही खुजली कई समस्या भी है तो हो सकता है यह स्किन बैरियर डैमेज का संकेत है। इसके अलावा अगर आपकी स्किन पर खुरदुरे पैचेज नजर आ रहे हैं और त्वचा की संवेदनशील बढ़ने के साथ सूजन भी आ रही है तो यह भी स्किन बैरियर डैमेज को दिखता है।
स्किन बैरियर को कैसे करें प्रोटेक्ट?
नियमित रूप से त्वचा को मॉइश्चराइज करें।
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे की पालक और केल, टमाटर, बेरीज, बींस और नट्स के साथ फलों को आहार में शामिल करें।