-लक्ष्मी पटेल
'आज मैं इस दुनिया को छोड़ रहा हूं। मेरी मौत का कारण मेरी पत्नी सोनम और उसका भाई है। मैं आप सभी दोस्तों से अनुरोध करता हूं कि मुझे इंसाफ़ दिलाएं। मुझे मौत की धमकी के साथ बीफ़ खिलाया गया। मैं इस दुनिया में रहने के लायक नहीं हूं। मैं अपनी जान लेने जा रहा हूँ।'
ये शब्द फेसबुक पर अपलोड किए गए एक कथित सुसाइड नोट के हैं। इस सुसाइड नोट को रोहित सिंह नाम के 27 वर्षीय युवक के सोशल मीडिया हैंडल पर अपलोड किया था।
पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, रोहित सिंह सूरत शहर के उधना क्षेत्र के बीआरसी टेक्सटाइल मिल में फोरमैन के पद पर काम करते थे। उन्होंने फेसबुक पर एक सूसाइड नोट पोस्ट किया और बाद में खुदकुशी कर ली।
रोहित ने इस कथित सूसाइड नोट में आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी सोनम ज़ाकिर अली और साले मुख्तार अली ने उसे जान से मारने की धमकी दी और उसे बीफ़ खिलाया। कहा जा रहा है कि उसने फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी। सूरत पुलिस ने अभियुक्त सोनम अली और मुख्तार अली के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 306, 506 (2) और 114 के तहत मामला दर्ज किया है।
दो महीने पहले का मामला : पूरी घटना दो महीने पहले की है, लेकिन रोहित सिंह के परिवार को एक रिश्तेदार के माध्यम से उनकी कथित खुदकुशी के बारे में पता चला। रोहित की मां ने उधाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
इसके आधार पर पुलिस ने मृतक की पत्नी सोनम ज़ाकिर अली और उनके भाई मुख्तार अली के ख़िलाफ़ आत्महत्या के लिए उकसाने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। मुख्तार अली मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और वर्तमान में सूरत के पटेलनगर में रहते हैं।
रोहित की मां वीणा देवी ने बीबीसी गुजराती को बताया कि मुझे अपने बेटे रोहित की मौत के बारे में पता नहीं था। मुझे अपने एक रिश्तेदार के माध्यम से पता चला कि मेरे बेटे ने दो महीने पहले खुदकुशी कर ली है और फेसबुक पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया है। जब हमने पूछताछ की तो पता चला कि दो महीने पहले मेरे बेटे ने खुदकुशी कर ली थी।
रोते हुए उन्होंने कहा कि मैंने अपने बेटे से आख़िरी बार उसके खुदकुशी करने के एक रोज़ पहले रविवार को बात की थी। उसने कहा था कि वो मुझसे मिलने आएगा लेकिन वह नहीं आया। इसलिए मैंने सोमवार को कई बार फोन किया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। मुझे लगा कि वह काम में व्यस्त रहा होगा इसलिए मिलने नहीं आ पाया।
वो मुझसे मिलने हर 15 दिन या एक महीने पर आता था। जिस रोज़ मेरी उससे बात हुई थी, दरअसल, उस रोज़ वो गांव आया हुआ था। वो गांव में हफ़्ते भर के लिए रुका था। मुझे लगा कि उसने कई दिनों की छुट्टियां ले ली हैं इसलिए उसे और छुट्टी नहीं मिलेगी।
वीणा देवी आगे कहती हैं कि गांव में हमारा एक बेटा खेतों की देखभाल करता है। पिछले साल मई में, मैं अपने बेटे रोहित और दो बेटियों के साथ गुजरात काम करने आई थी। रोहित को एक फैक्ट्री में काम मिल गया। एक दिन मेरा बेटा घर आया और उसने मुझे सोनम से मिलवाया। उसने मुझसे कहा कि मां मुझे ये लड़की पसंद है और मैं उससे शादी करना चाहता हूं।
मैंने तब उससे कहा था कि चूंकि लड़की दूसरे धर्म की है तो हमारे समाज के लोग उसे स्वीकार नहीं करेंगे और छोटी बहनों की शादी में दिक्कत आएगी लेकिन रोहित नहीं माना। बाद में वो इस लड़की के साथ दूसरी जगह पर रहने लगा और धीरे-धीरे उसने हमारे रिश्तेदारों से नाता तोड़ लिया।
वह महीने में एक या दो बार हमारे पास आता था। हमें नहीं पता था कि वह कहां रहता है। मुझे नहीं पता था कि रोज़गार पाने के लिए सूरत आने के बाद मैं अपने बेटे को खो दूंगी। वो मेरे जीने का संबल था लेकिन मुझसे छीन लिया गया। मेरा बेटा वापस नहीं आने वाला है लेकिन मुझे इंसाफ़ चाहिए। बीबीसी गुजराती ने अभियुक्तों के परिजनों से संपर्क करने की काफी कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
हफ़्ते भर पहले रोहित की मौत की बात सामने आई : बीबीसी गुजराती से बात करते हुए रोहित के मामा राजेश सिंह राजपूत ने बताया, 'हफ़्ते भर पहले हमें रोहित की मौक की ख़बर मिली। गांव में रहने वाले हमारे एक रिश्तेदार ने फेसबुक पर रोहित का सुसाइड नोट देखा था। फिर उसने ये बात गांव में रहने वाले रोहित के भाई को बताई। रोहित के भाई ने हम लोगों को बुलाया। और हमने हफ़्ते भर तक रोहित की खोज ख़बर को लेकर पूछताछ की। रोहित ने हमसे नाता तोड़ लिया था। हमें मालूम नहीं था कि वो कहां रहता था।'
पूछताछ के बाद हमें पता चला कि वह पटेलनगर में रह रहा था। इसलिए हमने पटेलनगर में खोजबीन की, लेकिन हमें वहां कोई पता नहीं मिला। फिर हमारा एक रिश्तेदार रोहित की फ़ैक्ट्री में गया। वहां एक आदमी ने हमारी मदद की। उसने उधाना के पटेलनगर में रोहित का पता खोजने में हमारी मदद की। जब हम वहां पहुंचे तो हमें मालूम चला कि रोहित ने दो महीने पहले खुदकुशी कर ली थी। उसके बाद हमने आगे की कार्रवाई की।
बीफ़ खाने के लिए मजबूर किया गया : पुलिस को दी गई शिकायत में रोहित की मां वीणा देवी ने कहा है, 'रोहित ने 27 जून, 2022 को दोपहर करीब ढ़ाई बजे के करीब आत्महत्या कर ली। रोहित की प्रेमिका सोनम और सोनम के भाई मुख्तार ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी और बीफ़ खाने के लिए मजबूर किया था। उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था और इस प्रताड़ना की वजह से उसने घर में खुद को फांसी लगा ली।'
वीणा देवी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के गंगेहटी गांव की रहने वाली हैं और वर्तमान में सूरत के लिंबायत क्षेत्र के जेबी नगर में रहती हैं। साल 2018 में उनके पति की मौत हो गई थी।
उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं जिनमें सबसे बड़ा बेटा रोहित था। रोहित ने दसवीं तक की पढ़ाई की है। वो डेढ़ साल पहले रोहित और दो बेटियों को लेकर सूरत आई थीं। रोहित ने एक मिल में नौकरी शुरू की जहां उन्हें अपनी सहकर्मी सोनम से प्यार हो गया। सोनम एक मुस्लिम थीं और एक बार पहले भी उनकी शादी हो चुकी थी।
पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है। सूरत पुलिस के एसीपी जेटी सोनारा ने बीबीसी को बताया कि रोहित की खुदकुशी के बाद फेसबुक पर एक सुसाइड नोट मिला। सूसाइड नोट के आधार पर हमने मृतक की मां से शिकायत ली है कि सोनम और उसके भाई मुख्तार ने रोहित को बीफ़ खाने के लिए मजबूर किया जिससे परेशान होकर उसने खुदकुशी कर ली।