आज का गुरुमंत्र : पुत्रदा एकादशी पर पढ़ें रोचक आलेख...
मनीष शर्मा | शनिवार,जनवरी 7,2017
यदि आप अपने कुल, परिवार का नाम आगे बढ़ाना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप कुछ अलग करें, करके दिखाएं। तभी आपकी भी अपनी अलग ...
गुरु मंत्र : गुरु से है शिष्य, शिष्य से है गुरु...
मनीष शर्मा | गुरुवार,जुलाई 30,2015
सिकंदर अपने गुरु अरस्तु के साथ एक बार बरसात के दिनों में कहीं जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक उफनता हुआ नाला मिला। इस ...
जॉन की बात मानोगे तो नहीं जाएगी जान
मनीष शर्मा | शनिवार,नवंबर 1,2014
गाँव की चौपाल पर ग्राम प्रधान अपने कुछ साथियों के साथ हुक्का पी रहे थे। उनके साथ उनका पोता भी बैठा हुआ था। उनको हुक्का ...
बाहर हो शेर तो घर में भीगी बिल्ली क्यों
मनीष शर्मा | शनिवार,नवंबर 1,2014
एक बार दरबार में देर से पहुँचने पर बीरबल ने अकबर को सफाई दी- हुजूर, पत्नी के काम से बाजार चला गया था, इसलिए देर हो गई। ...
जीवन को देना है नए आयाम तो करो व्यायाम
मनीष शर्मा | शनिवार,नवंबर 1,2014
एक बार बादशाह अकबर ने बीरबल को एक बकरी देते हुए कहा- हम चाहते हैं कि आप इसे एक महीने अपने पास रखें। इस दौरान इसे दोगुनी ...
जब नहीं है ईमान तो क्यों रखते हो ईमान
मनीष शर्मा | शनिवार,नवंबर 1,2014
एक दूधिया यानी दूध वाले का एक हलवाई से विवाद हो गया। मामला हाकिम के सामने पहुँचा। वह बड़ा ही भ्रष्ट था। हलवाई को यह बात ...
आदमी को है खाता लंबा खिंचता खाता
मनीष शर्मा | शनिवार,नवंबर 1,2014
एक बार एक व्यापारी को काफी घाटा हुआ। उसने एक महाजन से कर्ज लेकर व्यापार को आगे बढ़ाया। जल्द ही सब कुछ ठीक हो गया। कर्ज ...
यदि चलाना है दुकान तो बिखेरो मुस्कान
मनीष शर्मा | शनिवार,नवंबर 1,2014
अरब के सुल्तान सफर में हमेशा मुल्ला नसरुद्दीन को अपने साथ ले जाते थे। एक बार उनका कारवाँ दूरदराज के एक छोटे से गाँव से ...
दो पाटन के बीच में साबुत बचा है कोय
मनीष शर्मा | शनिवार,नवंबर 1,2014
एक नवविवाहित युवक अपनी माँ और पत्नी के बीच बढ़ते मनमुटाव से बेचैन था। 'बेटा, बहू को समझा लेना।' 'देखिए, माँ को समझा ...
वाहवाह की चाह कहीं निकलवा न दे आह
मनीष शर्मा | शनिवार,नवंबर 1,2014
एक जमींदार को दुनियादारी की बहुत फिक्र रहती थी। वह दिन-रात दूसरों की समस्याएँ सुलझाता रहता था। आसपास के गाँवों में होने ...