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Written By WD Feature Desk
Last Modified: शुक्रवार, 30 अगस्त 2024 (15:08 IST)

Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर दुर्लभ योग, ये 3 काम करेंगे तो पितृदोष समाप्त हो जाएगा

Kushotpatini Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या के अचूक उपाय

Somvati Amavasya ke upay
Bhadrapada Amavasya 2024: भाद्रपद की अमावस्या को पिथौरा अमावस्या और कुशोत्पाटनी अमावस्या भी कहते हैं। इस बार यह अमावस्या 2 सितंबर 2024 सोमवार के दिन रहेगी। सोमवार को रहने के कारण इसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। सोमवार और अमावस्या दोनों ही पितरों की तिथि भी है। इस दिन पितृ दोष से मुक्ति के लिए कई तरह के अनुष्ठान किए जाते हैं।ALSO READ: Somvati amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर कर लें एक मात्र उपाय, दरिद्रता हमेशा के लिए हो जाएगी दूर
 
1. पितृ दोष से मुक्ति के लिए तर्पण करें: अमावस्या तिथि को पितरों की तिथि माना जाता है। पवित्र नदी में स्नान करने के बाद तट पर ही पितरों के नाम का तर्पण किया जाता है। इसके लिए पितरों को जौ, काला तिल और एक लाल फूल डालकर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके खास मंत्र बोलते हुए जल अर्पित करना होता है। इससे पितृदोष से मुक्ति मिल जाती है। खासकर विशेष अमावस्या और श्राद्ध पक्ष में।
 
2. पीपल के वृक्ष की पूजा : सोमवती अमावस्या के दिन प्रात: पीपल के वृक्ष के पास जाइए, उस पीपल के वृक्ष को एक जनेऊ दीजिए और एक जनेऊ भगवान विष्णु के नाम भी उसी पीपल को अर्पित कीजिए। फिर पीपल और भगवान विष्णु की प्रार्थना कीजिए। तत्पश्चात 108 बार पीपल वृक्ष की परिक्रमा करके, शुद्ध रूप से तैयार की गई एक मिठाई पीपल के वृक्ष को अर्पित कीजिए। 
 
परिक्रमा करते वक्त बोलें ये मंत्र :- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय। परिक्रमा करते समय इस मंत्र का जाप करते जाइए। 108 परिक्रमा पूरी होने के बाद पीपल और भगवान विष्णु से प्रार्थना करते हुए अपने हाथों हुए जाने-अनजाने अपराधों की क्षमा मांगिए। सोमवती अमावस्या के दिन की गई इस पूजा से जल्दी ही आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होने लगती है।ALSO READ: Bhadrapada amavasya 2024: भाद्रपद अमावस्या व्रत के 7 धार्मिक कर्म एवं महत्व
 
3. पितरों को भोग लगाएं : सोमवती अमावस्या के दिन दूध से बनी खीर दक्षिण दिशा में (पितृ की फोटो के सम्मुख) कंडे की धूनी लगाकर पितृ को अर्पित करने से भी पितृ दोष में कमी आती है। इसके बाद एक ब्राह्मण को भोजन एवं दक्षिणा (वस्त्र) दान करें या इस दिन अपने आसपास के वृक्ष पर बैठे कौओं और जलाशयों की मछलियों को (चावल और घी मिलाकर बनाए गए) लड्डू दीजिए। यह पितृ दोष दूर करने का उत्तम उपाय है।
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