वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्रियों की 'कब्रगाह' बना विधानसभा चुनाव
नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव 2022 के परिणामों का रुख लगभग स्पष्ट हो चुका है। 4 राज्यों में भाजपा ने अपनी सरकारें बरकरार रखी हैं, वहीं पंजाब कांग्रेस के 'हाथ' से फिसल गया है।
इस चुनाव में एक और खास बात देखने को मिली, वह यह कि 2 वर्तमान मुख्यमंत्री और 3 पूर्व मुख्यमंत्री अपनी-अपनी सीटें नहीं बचा पाए। दूसरे शब्दों में कहें तो यह चुनाव 2 वर्तमान मुख्यमंत्री और 3 पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए 'कब्रगाह' बन गया।
उत्तराखंड में भाजपा के फिर से सत्ता में लौटने की खुशी तो है, लेकिन खटीमा सीट से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही चुनाव हार गए। धामी को भुवनचंद्र कापड़ी ने हराया। दरअसल, भाजपा ने चुनाव से कुछ समय पहले ही धामी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया था।
राज्य में कांग्रेस के लिए स्थिति काफी निराशाजनक रही। एग्जिट पोल के अनुमानों में उत्तराखंड की सत्ता में लौटने की उम्मीद पाले हुए कांग्रेस अपने मुख्यमंत्री फेस की सीट भी नहीं बचा पाई। यहां की लालकुआं सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चुनाव हार गए।
कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा झटका पंजाब में मिला है। पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस 18 सीटों पर सिमट गई, वहीं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू भी चुनाव हार गए। चन्नी चमकौर साहब और भदौड़ दोनों ही सीटों से चुनाव हार गए।
पंजाब में ही दो पूर्व मुख्यमंत्री भी चुनाव हार गए। इनमें कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला से जबकि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और राज्य के 5 बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल लंबी सीट से चुनाव हार गए।
आपको बता दें कि बादल ने इस बार 94 साल की उम्र में चुनाव मैदान में उतरकर नया कीर्तिमान रच दिया। सबसे ज्यादा उम्र में विधानसभा चुनाव लड़ने का रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज हो गया है।
इस चुनाव में 2 मौजूदा और 4 पूर्व मुख्यमंत्रियों को अपनी-अपनी सीट से शिकस्त का सामना करना पड़ा है। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीतसिंह चन्नी और उनके उत्तराखंड के समकक्ष पुष्कर सिंह धामी भी अपनी-अपनी सीट से हार गए हैं। यही हाल उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश सिंह रावत और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाशसिंह बादल एवं अमरिंदर सिंह का भी हुआ है और वे भी अपनी-अपनी सीट से पराजित हुए हैं।
धामी भले ही चुनावी लड़ाई हार गए हों, लेकिन उनकी पार्टी उत्तराखंड में विजयी हुई है। पंजाब में तीन पूर्व मुख्यमंत्री बादल, अमरिंदरसिंह और राजिंदर कौल भट्टल अपनी-अपनी सीट से चुनाव हार गए हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भदौड़ और चमकौर साहिब, दोनों सीट से चुनाव हार गए हैं।
शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल आम आदमी पार्टी के प्रतिद्वंद्वी से चुनाव हार गए हैं। पंजाब सरकार में अधिकतर मौजूदा और पूर्व मंत्री चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों से हारे हैं। गोवा में पूर्व मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार चर्चिल अलेमाओ को बेनौलिम सीट से आप उम्मीदवार के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा।