Asian Games में चक दे गर्ल्स ने किया कमाल, 2-1 से जापान को हराकर जीता ब्रॉंज मेडल
भारतीय महिला हॉकी टीम ने शनिवार को कांस्य पदक मुकाबले में जापान को रोमांचक मुकाबले में 2-1 से हरा दिया।भारतीय महिलाओं ने एशियाई खेलो में चौथी बार हॉकी के कांस्य पदक पर कब्जा जमाया है। इससे पहले भारत ने 1986, 2006 और 2014 के एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था।
इसके अलावा महिला हॉकी टीम ने 1982 में नई दिल्ली में खेले गये एशियाई खेल में स्वर्ण पदक जीता था जबकि 2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता में खेले गये एशियन गेम्स में भारत के हाथ चांदी लगी थी।
कांस्य पदक मुकाबले के पांचवे मिनट में दीपिका ने पेनाल्टी स्ट्रोक को गोल में तब्दील कर भारत को 1-0 की बढ़त दिलायी मगर जापान की युरी नागाई ने 30वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर से गोल करके हिसाब बराबर कर दिया। इस बीच भारत ने जापान पर जबरदस्त आक्रमण किये मगर रक्षा पंक्ति ने इन हमलों को नाकाम कर दिया।
सुशीला चानू ने आखिरकार 50वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर से एक और गोल कर स्कोर को 2-1 कर दिया जो अंत तक बरकरार रहा। इसके साथ ही भारत ने 2018 जकार्ता एशियन गेम्स का बदला भी पूरा कर लिया जहां फाइनल में जापान ने भारत को 2-1 से हराया था। इससे पहले दोनों टीमों के बीच इंचियोन 2014 में कांस्य पदक के लिए भिड़ंत हुई थी जिसमें भारत ने जापान को 2-1 से हराया था।
गौरतलब है कि मौजूदा एशियाई खेलों में अजेय रही भारतीय महिला टीम को सेमीफाइनल में चीन के ख़िलाफ़ 0-4 से हार मिली थी। इससे पहले पूल स्टेज मुक़ाबलों में चार में से तीन मैच जीतकर भारत ने पूल ए में शीर्ष स्थान हासिल किया था। भारतीय टीम ने पूल स्टेज में सिंगापुर (13-0), हांगकांग (13-0) और मलेशिया (6-0) को हराया था जबकि दक्षिण कोरिया (1-1) के ख़िलाफ़ खेला गया मैच ड्रॉ रहा था।
(एजेंसी)