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Last Modified: बुधवार, 7 सितम्बर 2022 (13:24 IST)

इन खिलाड़ियों को शामिल ना करने पर टीम चयन पर उठ रहे हैं सवाल, लेकिन गलती नहीं मान रहे रोहित

इन खिलाड़ियों को शामिल ना करने पर टीम चयन पर उठ रहे हैं सवाल, लेकिन गलती नहीं मान रहे रोहित - Team selection termed as the major cause for dismal outing for team India
भारत एशिया कप से लगभग बाहर होने की कगार पर है। पहले पाकिस्तान और अब श्रीलंका से 4 और 6 विकेट से हारने के बाद पूर्व क्रिकेटर कमेंटेटर और भारतीय फैंस टीम के चयन पर सवाल उठा रहे हैं।

पहला सवाल

पूर्व स्पिनर और आम आदमी पार्टी के सांसद ने सवाल उठाया है कि उमरान मलिक को टीम में शामिल क्यों नहीं किया गया। आवेश खान की जगह दीपक चाहर को क्यों नहीं खिलाया गया। रविंद्र जड़ेजा की जगह टीम में शामिल हुए अक्षर पटेल को क्यों नहीं खिलाया गया।
हरभजन सिंह के अलावा आप ट्विटर पर निगाहें डालेंगे तो यह ही सवाल लगभग हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी के मन में है।जिसके जवाब आने वाले वक्त में शायद ही मिले।

दूसरा सवाल

बहुत दिनों पहले ने एशिया कप के दल में सिर्फ 3 तेज गेंदबाजों का मुद्दा उठाया था।उन्होंने कहा था कि एशिया कप के लिए दुबई में इतने कम गेंदबाज ले जाने की क्या जरूरत थी। सिर्फ 3 गेंदबाजों के भरोसे भारत की टीम एशिया कप में उतरी थी।
अस्वस्थ आवेश खान और चोटिल रविंद्र जडेजा की अनुपस्थिति में भारत के पास भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह के रूप में केवल दो अग्रणी तेज गेंदबाज मौजूद हैं। हार्दिक पंड्या तेज गेंदबाजी के तीसरे विकल्प हैं।

जब आवेश खान को बुखार आया तो तीसरे गेंदबाज की भूमिका हार्दिक पांड्या ने निभाई बेहतर होता कि स्टैंडबाय खिलाड़ी दीपक चाहर को दल में वैसे ही शामिल किया जाता जैसे रविंद्र जड़ेजा की जगह अक्षर पटेल को शामिल किया गया। लेकिन कप्तान और कोच  इंतजार करते रह गए।

बेहतर फॉर्म के खिलाड़ियों को बाहर रखकर बुरे फॉर्म के खिलाड़ी को तरजीह क्यों

रवि विश्नोई ने पाकिस्तान के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 2 विकेट निकाले और 6.55 की इकॉनोमी से रन दिए। बदले में उनको टीम ने बैंच पर बैठा दिया और आर अश्विन को टीम में शामिल किया गया।
इसके साथ ही दिनेश कार्तिक को भी पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ 1 गेंद खेल पाए। उनकी जगह पर टीम में शामिल हुए दीपक हुड्डा से रोहित ने ना गेंदबाजी कराई ना ही बल्लेबाजी में वह कुछ खास कर पाए।
केएल राहुल को बार बार मिल रहे मौके से सब त्रस्त हो गए लेकिन मजाल है रोहित शर्मा उनको बाहर कर दें। रोहित शर्मा चाहते तो ईशान किशन को मौका देकर दाएं और बाएं हाथ की जोड़ी को आजमा सकते थे। शायद हो सकता था ईशान किशन का फॉर्म वापस आ जाता।

रोहित अपनी गलती ना मानने पर अड़े

भारत भले ही फाइनल में जगह बनाने की स्थिति में नहीं है लेकिन रोहित ने कहा कि टीम में कुछ भी गलत नहीं है और वह जिस तरह से खेल रही है वह भी गलत नहीं है।रोहित ने कहा,‘‘ मुझे नहीं लगता कि कुछ गलत है। बाहर से लोग किस नजरिए से देख रहे हैं लेकिन हमें कुछ गलत नजर नहीं आता है।’

रोहित से लगातार इस पर सवाल किए गए कि दीपक हुड्डा को जब एक भी ओवर नहीं दिया गया तो फिर उन्हें सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए क्यों भेजा गया।

उन्होंने कहा,‘‘ हां हमारे पास गेंदबाजी में छठा विकल्प था लेकिन हम पांच विकल्पों को ही आजमाना चाहते थे और यह देखने चाहते थे कि क्या होता है और क्या नहीं होता है। यदि हमें जल्दी विकेट मिल जाते तो हम हुड्डा को जरूर भेज देते। ऐसी मेरी रणनीति थी। छह विकल्प होना हमेशा अच्छा होता है।’’
रोहित ने कहा कि दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाज का संयोजन बनाने के लिए दिनेश कार्तिक को अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली। उनकी जगह ऋषभ पंत को टीम में लिया गया लेकिन वह मौकों का फायदा नहीं उठा पाए।

भारतीय कप्तान ने कहा,‘‘ हम मध्यक्रम में बाएं हाथ का बल्लेबाज चाहते थे और इसलिए दिनेश कार्तिक को बाहर रखा गया। उनकी फॉर्म को देखकर यह फैसला नहीं किया गया। हम दबाव बनाने के लिए मध्यक्रम में बाएं हाथ का बल्लेबाज चाहते थे लेकिन हम दबाव नहीं बना पाए।’’
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