साल 2016 : विवादों और उपलब्धियों भरा रहा दिल्ली पुलिस के लिए बीता साल
नई दिल्ली। देशद्रोह के आरोप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के तीन छात्रों की गिरफ्तारी से लेकर आम आदमी पार्टी के अनेक विधायकों पर मामले दर्ज करने तक के कारनामों के अलावा 2016 के दौरान दिल्ली पुलिस ने अनेक हाई-प्रोफाइल मामले निबटाए और वांछित आतंकियों की धरपकड़ की। इसके अलावा बीते साल दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी से जुड़े जासूसी रैकेट का भी भंड़ाफोड़ किया।
हालांकि पिछले साल राजधानी में महिलाओं के खिलाफ अपराधों, बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनाओं में वृद्धि हुई, लेकिन पुलिस ने इनमें से कुछ मामलों को बहुत ही कम समय में हल करने में सफलता हासिल की।
जून माह के दौरान पुलिस ने अनेक शहरों में फैले किडनी रैकेट का भंड़ाफोड़ किया। इस गिरोह में चिकित्सक भी शामिल पाए गए थे। दिल्ली पुलिस ने इसी माह पंजाब के नाभा जेल से भाग गए खालिस्तान लिबरेशन फंट्र के प्रमुख हरमिंदर सिंह मिंटू को गिरफ्तार किया। आईएसआईएस और अल कायदा से संबंधित अनेक लोगों को भी इस साल गिरफ्तार किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी में महिला सुरक्षा दिल्ली पुलिस के लिए चिंता का कारण बनी रही। 30 नवंबर तक राजधानी में बलात्कार के कुल 1,981 मामले दर्ज किए गए। पुलिस ने इस साल महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अनेक उपाय भी पेश किए।
सितंबर माह के दौरान उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में 21 साल की एक लड़की की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। हत्यारा कथित तौर पर पिछले कई माह से लड़की का पीछा कर रहा था। इस घटना के वीडियो ने दिल्लीवासियों में दहशत भर दी।
फरवरी में पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और दो अन्य छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी लोगों को कथित तौर पर संसद हमले के आरोपी अफजल गुरु की फांसी के विरोध में कार्यक्रम आयोजित करने के कारण गिरफ्तार किया गया था। इस अत्यधिक विवादस्पद मामले में विपक्षी पार्टियों ने दिल्ली पुलिस पर सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
गिरफ्तारी के बाद कुमार को देश के स्तर पर पहचान मिली और इसके विरोध में देशभर के छात्रों ने सरकार का विरोध किया। गिरफ्तारी से देशभर में राष्ट्रीयता पर भी बहस शुरू हो गई। इस मामले के लिए कन्हैया कुमार को पटियाला हाउस अदालत में पेश करने से पहले कुछ अधिवक्ताओं ने पत्रकारों, छात्रों और जेएनयू के अध्यापकों पर हमला कर दिया। इसके बाद दिल्ली पुलिस की खूब आलोचना की गई।
अक्तूबर माह में जेएनयू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् समेत कुछ छात्रों से झगड़े के बाद यहां पढ़ने वाला एक छात्र नजीब अहमद लापता हो गया। इसके बाद से विश्वविद्यालय के छात्र अभी तक नजीब की खोज नहीं कर पाने के लिए दिल्ली पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगा रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने इस साल आम आदमी पार्टी सरकार के 9 विधायकों को गिरफ्तार किया। आम आदमी पार्टी ने पुलिस की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई। पार्टी के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया। दक्षिणी दिल्ली में मई माह के दौरान एक ऑटो रिक्शा को किराए पर लेने के मामले पर हुए विवाद में 3 युवकों ने कांगो के एक 23 वर्षीय नागरिक की क्रूर हत्या कर दी। इस खबर के अखबारों की सुर्खियां बनने के बाद सरकार को अफ्रीकी समुदाय की सुरक्षा के लिए आश्वासन देने को मजबूर होना पड़ा।
इसके अलावा दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए अल-कायदा और आईएसआईएस से संबंधित छह व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। दिल्ली पुलिस का यह साल मिंटू की गिरफ्तारी से समाप्त हुआ। पुलिस ने उसे दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। (भाषा)