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Last Updated : शुक्रवार, 8 अप्रैल 2022 (00:27 IST)

मध्य प्रदेश पुलिस की सबसे शर्मनाक तस्वीर, थाने में पत्रकारों के कपड़े उतरवाए

मध्य प्रदेश पुलिस की सबसे शर्मनाक तस्वीर, थाने में पत्रकारों के कपड़े उतरवाए - Most embarrassing picture of Madhya Pradesh Police
सीधी (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक नाट्य कलाकार की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक पत्रकार सहित कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया और उन्हें लॉकअप में चड्डी छोड़कर बाकी सारे कपड़े उतारने के लिए बाध्य कर दिया।

एक अधिकारी ने बताया कि लॉकअप में केवल चड्डी पहने इनका फोटो वायरल होने के बाद प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया एवं दो पुलिस अधिकारियों को बृहस्पतिवार रात को लाइन हाजिर कर दिया है।

उन्होंने कहा कि इंद्रावती नाट्य समिति के संचालक एवं नाट्य कलाकार नीरज कुंदेर की गिरफ्तारी के विरोध में नाट्य कलाकारों ने दो अप्रैल को कोतवाली पुलिस थाने के समक्ष शासन के खिलाफ नारेबाजी की थी जिसके बाद प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया था।

कोतवाली थाना प्रभारी (निरीक्षक) मनोज सोनी ने बताया कि सोशल मीडिया फेसबुक में लंबे अर्से से अनुराग मिश्रा नामक व्यक्ति द्वारा सीधी विधायक केदार नाथ शुक्ल एवं उनके परिजनों के विरुद्ध अमर्यादित पोस्ट व टिप्पणी की जा रही थी।

विधायक के पुत्र गुरुदत्त शरण शुक्ल ने इसकी शिकायत कोतवाली पुलिस एवं पुलिस अधीक्षक से की थी। बाद में जांच में पता चला कि नीरज कुंदेर इन्हें भेज रहा था। उन्होंने कहा कि उसके खिलाफ भादंसं की धारा 419, 420, आईटी एक्ट एवं दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट गोपद बनास के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे जेल भेज दिया।

सोनी ने बताया कि इंद्रावती नाट्य समिति के संचालक एवं नाट्य कलाकार नीरज कुंदेर की गिरफ्तारी के विरोध में नाट्य कलाकारों ने दो अप्रैल की देर शाम कोतवाली पुलिस थाने के समक्ष अवैध रूप से जमावड़ा लगाकर विधायक शुक्ल एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी की।

उन्होंने कहा कि शांति भंग की संभावना को देखते हुए प्रदर्शनकारी कनिष्क तिवारी (यूट्यूब पत्रकार) सहित 30 लोगों के विरुद्ध दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि हिरासत में लेने के बाद तीन अप्रैल को उन्हें छोड़ दिया गया था।

हालांकि सोनी ने पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित विभिन्न लोगों के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने को इनकार कर दिया। सोशल मीडिया में वायरल अर्धनग्न तस्वीरों बाबद उन्होंने कहा कि लॉकअप में निरुद्ध लोग किसी तरह से अपनी हानि न करने पाएं, ऐसा सुरक्षा की दृष्टि से किया गया था। उनके अनुसार पूर्व में पुलिस हिरासत में आरोपी बेल्ट, पैंट, पायजामा एवं धोती से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या को अंजाम दे चुके हैं।

इसी बीच, बृहस्पतिवार रात को सीधी पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने कोतवाली में निरुद्ध व्यक्तियों की आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया में वायरल होने से बरती गई लापरवाही के कारण कोतवाली थाना प्रभारी मनोज सोनी एवं घटना के वक्त कोतवाली थाने में मौजूद अमिलिया पुलिस थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार को लाइन हाजिर कर दिया है।

कांग्रेस नेता अजय सिंह ने पत्रकार कनिष्क तिवारी के साथ हुए बर्ताव की निंदा की है। उन्होंने कहा, एक पत्रकार के साथ पुलिस का यह व्यवहार न केवल पुलिस के आतंक को दर्शाता है, बल्कि मीडिया बिरादरी और उसकी सोच के प्रति भाजपा सरकार के रवैए को भी दर्शाता है। उन्होंने इस घटना को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला करार दिया।(भाषा)
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