Congress OBC Jan Bhagidari Nyay Sammelan: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को दावा किया कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कई बार मिल चुके हैं और उनमें कोई दम नहीं है। उन्होंने कांग्रेस ‘ओबसी भागीदारी न्याय सम्मेलन’ में यह टिप्पणी की। राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान जब यह सवाल किया कि देश में सबसे बड़ी समस्या क्या हैं तो वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिया। इस पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि नरेन्द्र मोदी कोई बड़ी समस्या नहीं हैं। मीडिया वालों ने सिर्फ गुब्बारा बना रखा है। मैं उनसे मिल चुका हूं, उनके साथ कमरे में बैठा हूं। बस ‘शो’ हैं, कोई दम नहीं है। LIVE: भागीदारी न्याय सम्मेलन | Talkatora Stadium, New Delhi https://t.co/usCMQDwp1a — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 25, 2025 संस्थागत मनुवाद का आरोप : इससे पहले राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि संसद में मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए ये आंकड़े बहुजनों की हकमारी और संस्थागत मनुवाद के पक्के सबूत हैं। उन्होंने कहा- केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर के ST के 83%, OBC के 80%, SC के 64% पद जान-बूझकर खाली रखे गए हैं। वहीं, एसोसिएट प्रोफेसर के ST के 65%, OBC के 69%, SC के 51% पद भी रिक्त छोड़ दिए गए हैं। ये सिर्फ लापरवाही नहीं, एक सोची-समझी साजिश है - बहुजनों को शिक्षा, रिसर्च और नीतियों से बाहर रखने की। विश्वविद्यालयों में बहुजनों की पर्याप्त भागीदारी नहीं होने से वंचित समुदायों की समस्याएं रिसर्च और विमर्श से जानबूझकर गायब कर दी जाती हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि NFS (Not Found Suitable) के नाम पर हज़ारों योग्य SC, ST, OBC उम्मीदवारों को मनुवादी सोच के तहत अयोग्य घोषित किया जा रहा है और सरकार कोई जवाबदेही लेने को तैयार नहीं। ये पूरी तरह से अस्वीकार्य है। सभी रिक्त पद तुरंत भरे जाएं - बहुजनों को उनका अधिकार मिलना चाहिए, मनुवादी बहिष्कार नहीं। (एजेंसी/वेबदुनिया) Edited by: Vrijendra Singh Jhala