ग्रामीण चुनाव में हिंसा ममता बनर्जी के निर्देश पर की गई : अनुराग ठाकुर
Anurag Thakur's allegation on Mamata Banerjee : सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में हाल में संपन्न पंचायत चुनावों के दौरान हिंसा मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के निर्देश पर टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा की गई थी।
ग्रामीण चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के विजयी उम्मीदवारों को सम्मानित करने के लिए कोलकाता में मौजूद ठाकुर ने यह भी दावा किया कि पंचायत चुनावों के दौरान झड़पों में 57 से अधिक लोग मारे गए। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने पिछले चुनावों की तुलना में ग्रामीण चुनावों में सीट संख्या दोगुनी कर ली है और परिणाम इस बात का संकेत है कि बनर्जी के सत्ता में रहने के दिन अब गिने-चुने रह गए हैं।
ठाकुर ने कहा, मैं कहना चाहूंगा कि हाल में संपन्न पंचायत चुनावों में 57 से अधिक लोग मारे गए हैं। ममता बनर्जी की इच्छाओं को पूरा करने के लिए लोगों को मार दिया गया। पश्चिम बंगाल में पूरी कानून व्यवस्था खराब है। ममता दीदी, आपकी पार्टी के नेताओं ने आपके निर्देश पर (इस पंचायत चुनाव के दौरान) गुंडागर्दी की।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि बनर्जी पिछले 8-9 वर्षों से अपने राजनीतिक लाभ के लिए गुंडों और अपराधियों को प्रश्रय दे रही हैं। ठाकुर ने कहा, पिछले (ग्रामीण) चुनावों की तुलना में इस बार भाजपा ने सीट संख्या दोगुनी कर ली है। इससे पता चलता है कि लोगों ने फिर से लड़ना शुरू कर दिया है। नतीजे बताते हैं कि यहां ममता बनर्जी के (सत्ता में रहने) के दिन गिने-चुने बचे हैं।
राज्य के उद्योग मंत्री एवं टीएमसी की वरिष्ठ नेता शशि पांजा ने ठाकुर के ऐसे समय पश्चिम बंगाल का दौरा करने पर सवाल उठाया जब मणिपुर जल रहा है। पांजा ने कहा, वह (ठाकुर) वही हैं जिन्होंने कहा था- गोली मारो देश के गद्दारों को। उन्हें सलाखों के पीछे होना चाहिए, लेकिन चूंकि वह भाजपा के हैं, इसलिए वह बच गए।
उन्होंने कहा, मणिपुर में होने के बजाय, वह पश्चिम बंगाल में हैं और ग्रामीण चुनावों के दौरान की हिंसा पर बोल रहे हैं। प्रधानमंत्री और अन्य केंद्रीय मंत्री भी मणिपुर पर चुप हैं। भाजपा हिंसा करती है और हिंसा फैलाती है। उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को उखाड़ फेंका जाएगा और राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा।
पांजा ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री मणिपुर हिंसा पर अपना बयान संसद में क्यों नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा, श्रीमान ठाकुर अपनी नौटंकी छोड़ें और मणिपुर के लोगों के बारे में सोचें, खुद को पूर्वोत्तर राज्य के लिए समर्पित करें।
पश्चिम बंगाल के नगर निकाय मामलों तथा शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि इस तरह के दौरों से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, मैं उस पार्टी के नेताओं के बारे में बात नहीं करना चाहता जो महान लोगों की प्रतिमाएं तोड़ते हैं। ऐसे नेताओं को कोलकाता आकर ज्यादा कुछ हासिल नहीं होगा।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)