• Webdunia Deals
  1. चुनाव 2024
  2. विधानसभा चुनाव 2024
  3. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024
  4. Rahul Gandhi mocks Modi's slogan 'Ek hai to Safe Hain'
Last Updated :मुंबई , सोमवार, 18 नवंबर 2024 (15:43 IST)

राहुल गांधी ने मोदी के नारे एक हैं तो सेफ हैं का उड़ाया मजाक

राहुल गांधी ने मोदी के नारे एक हैं तो सेफ हैं का उड़ाया मजाक - Rahul Gandhi mocks Modi's slogan 'Ek hai to Safe Hain'
Rahul Gandhi mocks Modi's slogan: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के 'एक हैं तो सेफ हैं' नारे का मजाक उड़ाने के लिए सोमवार को यहां अपने पत्रकार वार्ता में एक 'सेफ' (तिजोरी) लेकर पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि 'एक हैं तो सेफ हैं' नारा मुख्य रूप से अदाणी (Adani) को धारावी पुनर्विकास परियोजना के माध्यम से 1 लाख करोड़ रुपए की भूमि हासिल करने में मदद करता है।
 
धारावी पुनर्विकास परियोजना अदाणी समूह को दिए जाने और नारे के बीच संबंध होने का दावा करते हुए राहुल गांधी ने 'सेफ' से 2 पोस्टर निकाले। उनमें से एक में उद्योगपति गौतम अदाणी और प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर थी और उन पर लिखा था 'एक हैं तो सेफ हैं।' दूसरे पोस्टर में परियोजना का नक्शा दिखाया गया था।
 
विधानसभा चुनाव अरबपतियों और गरीबों के बीच का मुकाबला : गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाला विधानसभा चुनाव अरबपतियों और गरीबों के बीच का मुकाबला है। उन्होंने कहा कि महा विकास आघाडी सरकार किसानों, वंचितों एवं बेरोजगारों को प्राथमिकता देगी। उन्होंने दावा किया कि 'एक हैं तो सेफ हैं' नारा मुख्य रूप से अदाणी को धारावी पुनर्विकास परियोजना के माध्यम से 1 लाख करोड़ रुपए की भूमि हासिल करने में मदद करता है।
 
राहुल ने पूछा कि सवाल यह है कि कौन सुरक्षित है? : गांधी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी का नारा है: अगर हम एकजुट हैं, तो हम सुरक्षित हैं। सवाल यह है कि कौन सुरक्षित है? कांग्रेस नेता ने धारावी पुनर्विकास परियोजना की निविदा प्रक्रिया की आलोचना करते हुए कहा कि इसे अदाणी के हितों के हिसाब से तैयार किया गया।

गांधी ने कहा कि उद्योगपतियों के हितों की रक्षा के लिए धारावी के निवासियों के हितों की अनदेखी की गई। उन्होंने कहा कि महा विकास आघाडी और कांग्रेस यह सुनिश्चित करेगी कि धारावी के गरीब निवासियों को उनकी जायज जमीन वापस मिले। गांधी ने केंद्रीय एजेंसियों पर उद्योगपतियों पर अपनी परियोजनाएं सरकार के करीबी उद्योगपतियों को सौंपने के लिए दबाव डालने का भी आरोप लगाया।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta
ये भी पढ़ें
क्‍या किसान दे रहे सेटेलाइट को चकमा, प्रदूषण पर क्‍या कहते हैं नासा के आंकड़े?