Donald Trump Impeachment: ट्रंप के खिलाफ दूसरी बार महाभियोग प्रस्ताव पास, 10 रिपब्लिकन सांसद भी खिलाफ
वाशिंगटन। वाशिंगटन में कांग्रेस बिल्डिंग कैपिटल हिल पर हाल ही में हुई हिंसा को उकसाने के आरोप में अमेरिका की प्रतिनिधि सभा ने मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ लाए गए दूसरे ऐतिहासिक महाभियोग के प्रस्ताव को बहस के बाद बुधवार को पास कर दिया।
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के लोकतंत्र के इतिहास में एक ही कार्यकाल में दो बार महाभियोग का सामना करने वाले अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। प्रतिनिधि सभा में 197 के मुक़ाबले 232 वोटों से महाभियोग का प्रस्ताव पास हो गया जिसमें रिपब्लकिन पार्टी के दस सांसदों ने भी महाभियोग के समर्थन में मतदान किया।
डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ सीनेट में भी यदि महाभियोग पारित हो जाता है तो वह कभी भी व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति के तौर पर पदभार नहीं संभाल सकेंगे और वर्ष 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में भी भाग नहीं ले सकेंगे।
इससे पहले पिछले वर्ष दिसंबर में भी ट्रंप पर राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल करने वाले जो बिडेन के बेटे के खिलाफ यूक्रेन पर दबाव बनाने को लेकर महाभियोग पारित किया था। सीनेट में यह महाभियोग हालांकि निरस्त हो गया था क्योंकि वहां रिपब्लिकन पार्टी बहुमत में है।
ट्रंप ने बुधवार को अपने समर्थकों से राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल करने वाले जो बिडेन के शपथ समारोह के दौरान किसी भी तरह की हिंसा नहीं करने की अपील की है।
व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान के अनुसार ट्रंप ने अपने समर्थकों से हिंसा और कुछ भी तनावपूर्ण नहीं करने का आग्रह किया है। इससे पहले ट्रंप ने सोमवार को बिडेन के शपथ समारोह को ध्यान में रखते हुए वाशिंगटन डीसी में स्टेट ऑफ इमरजेंसी लगाने की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि ट्रंप के समर्थकों ने 6 जनवरी को वाशिंगटन में कांग्रेस बिल्डिंग कैपिटल हिल पर हमला कर संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। यह हिंसक घटना उनके द्वारा व्हाइट हाउस के पास हजारों समर्थकों को संबोधित किए जाने के बाद हुई। प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में 2 महिलाओं समेत 5 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में 52 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस घटना के बाद फेसबुक ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट को कम से कम 2 सप्ताह के लिए बंद रखने की घोषणा की है तथा ट्वीटर ने भी उनके अकॉउंट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और केवल यही नहीं यूट्यूब समेत गूगल प्ले स्टोर ने भी अपने प्लेटफार्म पर से उनसे जुड़ी एप और चैनल पर रोक लगा दी है। (वार्ता)